ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान टिम पेन ने कहा है कि वह उस पक्ष के खिलाफ नहीं खेलना चाहेंगे जो अपनी आधी आबादी के साथ भेदभाव करता है। ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के बीच इस साल नवंबर में एकमात्र टेस्ट मैच होना है। अफगानिस्तान की नवनिर्वाचित तालिबान सरकार द्वारा महिलाओं के क्रिकेट खेलने के विरोध की घोषणा के बाद ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान की पुरुष टीमों के बीच टेस्ट को रद्द किया जाना तय माना जा रहा है।

गत नौ सितंबर को जारी एक बयान में, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने पुष्टि की कि अगर महिलाओं के खेल पर तालिबान के विचारों की खबरें सच होती हैं तो वह 27 नवंबर से होबार्ट में होने वाले टेस्ट के साथ आगे बढऩे में असमर्थ होगा। बयान में कहा, वैश्विक स्तर पर महिला क्रिकेट के विकास को गति देना क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के लिए अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण है। क्रिकेट के लिए हमारा दृष्टिकोण यह है कि यह सभी के लिए एक खेल है और हम हर स्तर पर महिलाओं के लिए खेल का समर्थन करते हैं।

पेन ने कहा, मुझे नहीं लगता कि हम उन देशों के साथ जुडऩा चाहते हैं जो अपनी आधी आबादी से अवसर या चीजें छीन रहे हैं। यह दुख की बात है। टेस्ट कप्तान ने कहा, हमने आईसीसी से कुछ भी नहीं सुना है। एक महीने में टी20 विश्व कप है। मुझे लगता है कि इसमें अफगानिस्तान के लिए भाग लेना असंभव है।