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अगरतला। त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत राय फिर विवादों में है। इस बार भी विवाद की वजह उनका एक ट्विट है। तथागत राय ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की डायरी का जिक्र करते हुए ट्विट किया था कि गृह युद्ध के बगैर हिंदू-मुस्लिम विवाद का हल नहीं हो सकता। इस ट्वीट के बाद तथागत राय विपक्ष के निशाने पर है। राज्य में सत्तारुढ़ सीपीआई-एम और कांग्रेस ने तथागत राय को राज्यपाल पद से हटाने की मांग की है।
तथागत राय ने ट्वीट में बताया था कि श्याम प्रसाद मुखर्जी ने 1946 में अपनी डायरी में हिंदू मुस्लिम विवाद के हल के लिए गृह युद्ध की बात कही थी। ऐसा पहली बार नहीं है जब राय ने कोई विवादित ट्विट किया है। जुलाई 2015 में उन्होंने 1993 के मुंबई बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन के अंतिम संस्कार में शामिल लोगों को संभावित आतंकी बताया था। उन्होंने कहा था कि इन लोगों पर निगरानी रखनी चाहिए। सितंबर 2015 में एक जवाब में किए गए ट्वीट में राय ने कहा था,आपकी जैसे भी यह धारण बनी हो कि मैं धर्मनिरपेक्ष हूं? मैं हिंदू हैं। मेरा स्टेट इंडिया है, हालांकि 1976 से यह सेक्युलर है। राय ने 20 मई 2015 को त्रिपुरा के 16 वें राज्यपाल के रूप में पदभार ग्रहण किया था। सीपीआई-एम के स्टेट सेक्रेटरी बिजन धर ने कहा, खतरनाक ट्विट के चलते राष्ट्रपति को तथागत राय को गर्वनर के पद से हटा देना चाहिए।
अदालतें भी स्वत: संज्ञान लेकर तथागत राय के खिलाफ सिविल और क्रिमिनल केस दायर कर सकती है। धर ने कहा कि इससे पहले भी तथागत राय तीन-चार बार भारतीय संविधान के खिलाफ निराधार ट्वीट कर चुके हैं। हम चाहते हैं कि उन्हें राज्यपाल के पद से हटाया जाए और उनके लिाफ जांच शुरू होनी चाहिए। त्रिपुरा कांग्रेस के उपाध्यक्ष तपन डे ने कहा कि इस तरह के खतरनाक ट्विट के बाद राय को तुरंत पद से हटाना चाहिए। एक बार फिर साफ हो गया है कि राय आरएसएस के कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं न कि राज्यपाल के रूप में और न ही भारतीय संविधान के कस्टोडियन के रूप में। तथागत राय ने अनावश्यक विवादों को जन्म देकर राज्यपाल पद की गरिमा को कम किया है।
बहु सांस्कृतिक और बहु धार्मिक देश होने के चलते राज्यपाल का पद राज्य में एक गार्जियन के रूप में होता है। संविधान की पवित्रता और समाज में सौहार्द बनाए रखने में राज्यपाल की बड़ी भूमिका होती है लेकिन तथागत राय का बर्ताव ठीक इसके उलट है। शिलॉन्ग दौरे पर गए राय ने कहा, मैंने श्याम प्रसाद मुखर्जी का उद्धरण देते हुए ट्वीट किया था। अगर लोगों को समझ में नहीं आता है तो मैं क्या कर सकता हूं। कोई भी मेरे त्यागपत्र की मांग कर सकता है। मुझे इस संबंध में कुछ भी नहीं करना।
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