/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2022/01/10/1011919-booster-1641791214.jpg)
ओमिक्रॉन कोरोना का तीसरा वैरिएंट हैं जो तेजी से अपने पांव पसार रहा है। दिन ब दिन इसके केस भारी संख्या में दर्ज होते जा रहे हैं। इस वैरिएंट के खिलाफ वैक्सिन का बूस्टर दिया जा रहा है लेकिन सवाल यह है कि वैक्सीन के दोनों डोज लगने के बाद भी यह बूस्टर ओमिक्रॉन जितने घातक वायरस से लड़ सकता है या नहीं ?
इस सवाल का जवाब एमोरी यूनिवर्सिटी के अध्ययन से आता है। इनका शोध कहता है कि भारत देश की भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की वैक्सीन 'कोवैक्सिन (Covaxin)' बूस्टर ओमिक्रॉन (Omicron) और डेल्टा वेरिएंट (Delta variants) को बॉडी को सुरक्षित कर रहा है।
इस शोध के मुताबिक कोवैक्सिन (Covaxin booster) SARS-CoV-2 के Omicron, डेल्टा वेरिएंट को बेअसर करने की ताकत रखता है। भारत बायोटेक ने भी इस शोध के बाद ऐलान कर दिया है कि कोवैक्सीन (Covaxin (BBV152) बूस्टर खुराक को कोविड-19 (COVID-19) के ओमिक्रॉन (Omicron) और डेल्टा दोनों रूपों के खिलाफ है।
ऐसे काम करता है बूस्टर (booster)-
- बूस्टर उन्हीं लोगों को दिया जाएगा जिनके वैक्सीन के दोनों डोज लगाए जा चुकें हैं।
- जिन लोगों दोनों डोज में कोवैक्सीन लगाई गई है उनको कोवैक्सीन बूस्टर लगाया जाएगा और जिन लोगों को कोविशील्ड (COVISHIELD) के दोनों डोज लगे हैं उनको कोविशील्ड बूस्टर लगाया जाएगा।
-स्पुतनिक बूस्टर के लिए अभी किसी भी तरह की जानकारी सामने नहीं आई है।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |