कोरोना वायरस एक ऐसी खतरनाक बीमारी बन चुका है जिसके बारे में जानकर किसी की भी रूह कांप उठे। इस वायरस से संक्रमित लोग यदि मरने से बच भी जाते हैं तो उनकी हालत बहुत बुरी हो जाती है। जी हां, इस बीमारी से बाल तेजी से झड़ते हैं। इसके साथ ही कांति कम होकर झुर्रियां पड़ जाती है। इसका मतलब ये है कि समय से पहले ही व्यक्ति पर वृद्धावस्था की निशानियां दिखने लगती हैं।

डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना वायरस की इस महामारी के दौर में संक्रमण का खौफ लोगों के जेहन पर हावी रहता है। इस डर से तनाव और अवसाद बढ़ता जाता है। लगातार बीमारी के बारे में सोचने और अवसाद के कारण कई तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याएं देखने को मिलती हैं। इन्हीं में से एक है बालों का झड़ना। महिलाओं में यह ज्यादा देखने को मिल रहा है।

कोरोना होने के बाद ऑक्सीजन का स्तर शरीर में गड़बड़ हो जाता है। बालों को उर्जा देने वाली रक्त कणिकाओं में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो गई। इससे बाल कमजोर हो जाते हैं। कोविड में गंभीर रूप से बीमार मरीजों के बाल अधिक झड़ रहे हैं।

कोरोना संक्रमितों में प्रोटीन का असंतुलन हो जाता है। शरीर कुपोषित और विटामिन की कमी हो जाती है। संक्रमित होने पर मरीज भोजन में विटामिन, प्रोटीन की मात्रा बढ़ानी शुरू कर देते हैं। संक्रमण ठीक होने या खतरा कम होने पर अचानक दवाएं बंद करना भी भारी पड़ रहा है। इस वजह से शरीर में इनकी कमी होने लगी और बाल झड़ने की समस्या शुरू हो रही हैं।