मुंबई में Corona के Cases फिर से बढ़ रहे हैं जिनकी वजह से Lockdown लग सकता है। खबर है कि महाराष्ट्र में तेजी से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। हालांकि सरकार ने अभी इसपर कोई फैसला नहीं लिया है। लेकिन मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा है कि सरकार इस तरह का फैसला ले सकती है। वहीं, डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा कि लोग अगर कोरोना गाइडलाइन्स नहीं मानेंगे, तो सरकार को मजबूरी में ये कदम उठाने पड़ सकते हैं। आपको बता दें कि पिछले 24 घंटों के अंदर सिर्फ मुंबई में ही 558 केस आए हैं, जबकि महाराष्ट्र में 3451 मामले सामने आए।

मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा कि ये चिंता का विषय है कि लोगों ने मास्क पहनना कम कर दिया है। लोग बिना मास्क के ही यात्रा भी कर रहे हैं। लोगों को कोरोना गाइडलाइन्स का पालन करना ही होगा, वर्ना हमें एक और लॉकडाउन लगाने का फैसला लेना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी तो लॉकडाउन का फैसला नहीं लिया है, लेकिन चेंबूर जैसे इलाकों में कोरोना का तेजी से पैर पसारना गंभीर खतरे की तरह है। ऐसें में कोरोना को रोकने के लिए सरकार कुछ भी कदम उठा सकती है। अब ये लोगों के हाथ में है कि वो क्या चाहते हैं।

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में फिर से कोरोना संक्रमण पैर पसार रहा है। ये लोगों की लापरवाही की वजह से भी है। ऐसे में दुनिया के अलग अलग हिस्सों में जिस तरह से दोबारा लॉकडाउन लगाना पड़ा है, वैसे ही कदम हमें फिर से मजबूरी में उठाने पड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को कोरोना गाइडलाइन्स का पालन करना ही होगा, वर्ना मामला बिगड़ भी सकता है।

मुंबई में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 558 नए केस आए हैं। इसी के साथ मुंबई में कोऱोना  पाजिटिव मरीजों की संख्या बढकर 3,13,213  हो गई है। मुंबई में पिछले 24 घंटों के दौरान मुंबई में कोरोना से 4 मौतें हुई। मुंबई में कोरोना से अब तक कुल 11,402 मौतें हो चुकी हैं।

महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना 3,451 नए केस सामने आए हैं। इसी के साथ महाराष्ट्र में कोरोना के मरीज़ों की संख्या बढकर अब 20,52,253 हो गई हैं। पिछले  24 घंटे के दौरान महाराष्ट्र में कोरोना से 30 मौतें हुई है। महाराष्ट्र में कोरोना से मरने वालों की संख्या अब  51,390 हो गई है। महाराष्ट्र में आज 2,421 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया। महाराष्ट्र में अब तक 19,63,946 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं।