/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2021/09/15/sputnik-lite-1631691592.jpg)
एक कंपनी ने कोरोना वायरस का ऐसा रामबाण इलाज निकाला है जिसके एक ही इंजेक्शन से इससे बचाव किया जा सकता है। यह भारत में जारी टीकाकरण के अच्छी खबर है। यह कंपनी रूस की है जिसने अपने स्पूतनिक लाइट (Sputnik Light) टीके को भारत में तीसरे चरण के ब्रिजिंग ट्रायल के लिए मंजूरी ले ली है। आपको बता दें कि DCGI की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने हाल ही में स्पूतनिक लाइट के टीके के ट्रायल की सिफारिश की थी। इसमें सबसे खस बात ये है कि स्पूतनिक लाइट सिंगल डोज वैक्सीन है।
DCGI की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने पाया था कि स्पूनतिक लाइट स्पूतनिक V के कंपोनेंट-1 डेटा के ही समान थी। भारतीय आबादी में इसका सेफ्टी और इम्युनोजेनिसिटी डेटा पहले ही ट्रायल में प्राप्त किया जा चुका था। डॉक्टर रेड्डीज लेबोरेटरी ने बीते साल रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) के साथ भारत में स्पूनतिक V के तीसरे चरण के ट्रायल के लिए करार किया था। हाल ही में लैंसेट में प्रकाशित एक स्टडी बताती है कि कोविड-19 के खिलाफ स्पूतनिक लाइट ने 78.6-83.7 फीसदी की प्रभावकारिता दिखाई है। यह 2 डोज वाली कई वैक्सीन उम्मीदवारों की तुलना में ज्यादा है। यह स्टडी अर्जेंटीना में कम से कम 40 हजार बुजुर्गों पर की गई थी।
आपको बता दें कि गुणवत्ता और सुरक्षा की टेस्टिंग लिए स्पूतनिक लाइट की पहली श्रंखला को कसौली स्थित सेंट्रल ड्रग्स लेबोरेटरी भेजाा गया है। खबर है कि पेनेशिया बायोटेक की तरफ से तैयार की गई वैक्सीन खेप को जांच के लिए भेजा गया है। इसके बाद ट्रायल में शामिल प्रतिभागियों को सुरक्षित तरीके से डोज दिए जाएंगे। भारत में इससे पहले रूसी वैक्सीन स्पूतनिक V को मंजूरी मिल चुकी है।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |