/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2020/11/22/image-1606059013.jpg)
कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में एक दहशत फैला दी है। इससे कई करोड़ों लोगों की दर्दनाक मौतें हुई है। पिछले साल दुनिया में कोरोना वायरस आया था। जिससे दुनिया तबाह होने की कगार पर ही आ गई थी। चीन के वुहान शहर से आए कोरोना वायरस से अब तक 4 करोड़ तक लोगों की जान जा चुकी है और अभी भी इसका सिलसिला जारी है। इसी मुद्दे पर एक खुलासा सामने आया है कि 1978 में एपोकैलिकप्टिक क्लासिक एक महामारी पर टीका था जो पृथ्वी पर लगभग सभी को मारता था।
संयुक्त राज्य अमेरिका में एक प्रयोगशाला में गोपनीयता से आविष्कार किए गए एक घातक इन्फ्लूएंजा तनाव ने महामारी का कारण बना था। इस खुलासे को सामने आने के बाद कयास लगाया जा रहा है कि चीन ने भी गुप्त ढंग से कोरोना वायरस को पैदा किया और दुनिया में तबाही मचाई है। वैसे इस बारे में कई बार अंतराष्ट्रीय बैठक हो चुकी है। कई देशों ने चीन पर आरोप लगाया कि कोरोना चीन की एक चाल है।
लेकिन चीन देश ने इसे नकार दिया है। स्टीवन सोडरबर्ग के कंटैगियन की रिहाई पर एक भविष्यवाणी की कहानी देखी गई जिसमें एक वायरस है जो दुनिया भर में पीड़ितों को ढूंढता है। महामारी हमारे मन की शांति के साथ खिलवाड़ करती है, आधी दुनिया एक सामान्य सवाल पूछ रही है। घातक वायरस का जन्म कब और कैसे हुआ? कई लोग कहते हैं कि चीन समस्या का स्रोत है। बदले में, चीन ने कहा है कि वायरस की उत्पत्ति संयुक्त राज्य अमेरिका और कुछ यूरोपीय देशों में हुई।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |