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देश में कोविड टीकाकरण अभियान (covid vaccination campaign) तेजी से चल रहा है और 53.5 प्रतिशत पात्र आबादी को कोविड टीके की दोनों खुराकें और 86.2 प्रतिशत आबादी को एक खुराक दी जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव कुमार (Love kumar), नीति आयोग में स्वास्थ्य सदस्य डा. वीके.पाल और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक बलराम भार्गव ने शुक्रवार को यहां एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बताया कि देश में 131 करोड़ कोविड टीके (covid vaccines) दिये जा चुके हैं जो कुल पात्र आबादी का 86.2 प्रतिशत है। इसके अलावा 53.5 प्रतिशत पात्र आबादी का कोविड टीकाकरण पूरा हो चुका है।
उन्होंने बताया कि कोविड के नये संस्करण ओमिक्रॉन (Omicron Variant) के 25 मामले सामने आयें हैं। ये पांच राज्यों महाराष्ट्र में 10, गुजरात में तीन, राजस्थान में नौ, कर्नाटक में दो और दिल्ली में हैं। उन्होंने बताया कि इन सभी कोविड का मामूली संक्रमण है। कुमार ने कहा कि मिजोरम (Omicron Variant in Mizoram) के पांच, केरल के दो और सिक्किम (Omicron Variant in Sikkim) के एक जिले में कोविड संक्रमण की दर 10 प्रतिशत से अधिक है। इसके अलावा 10 राज्यों केरल के आठ, मिजोरम के पांच, मणिपुर के दो और अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड तथा पुड्डुचेरी के एक एक जिले में कोविड संक्रमण दर पांच प्रतिशत से अधिक है।
उन्होंने कहा कि देश में कोविड टीकाकरण की स्थिति बेहतर है लेकिन महामारी का प्रकोप रोकने के लिए कोविड मानकों को पालन सख्ती से जरुरी है। केंद्र सरकार ने ओमिक्रॉन को देखते हुए राज्य सरकारों से आवश्यक दवाईयों का भंडारण तथा ऑक्सीजन की आपूर्ति के निर्देश दिये हैं और कोविड जांच में तेजी लाने को कहा है। संयुक्त सचिव (joint Secretary) ने कहा कि संक्रमित मामलों की तेजी से ‘जीनोम सीक्वेंङ्क्षसग’ होनी चाहिए। इसके लिए प्रयोगशालाओं में परीक्षण, निगरानी और नमूनों को शीघ्र भेजे जाने चाहिए। कोविड के प्रभावी और समय पर नियंत्रण और प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य रणनीति के मुख्य आधार के रूप में ‘टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीका-मानक पालन’ पर जोर दिया जाना चाहिए। सभी जिलों में पीटी-पीसीआर परीक्षण की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों के बुनियादी ढांचे को तैयार रखा जाना चाहिए ताकि किसी भी संभावित उछाल का सामना किया जा सके। भार्गव ने कहा कि ओमिक्रॉन (Omicron Variant) के भारत में बड़ा खतरा बनने की आशंका नहीं है लेकिन इसके लिए सतर्कता बरतना और किसी भी स्थिति को संभालने की तैयारी करना जरुरी है। डा. पाल ने कहा कि कोविड टीके की अतिरिक्त खुराक और बच्चों के लिए टीके देने के संबंध में अध्ययन जारी है और सरकार इस संबंध में नजदीकी से नजर रख रही है।
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