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गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने आज कहा कि अभी राज्य में कोरोना संक्रमण के ग्राफ में रिवर्स ट्रेंड यानी लगातार कमी देखी जा रही है फिर भी कोरोना खत्म नहीं हुआ है इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए समूचा तंत्र पूरी सतर्कता के साथ अलर्ट है।
उन्होंने आज यह पत्रकारों से कहा कि अप्रैल महीने के दौरान प्रतिदिन सामने आने वाले 14 हजार मामलों की तुलना में अब मामलों की संख्या घटकर 2500 के करीब रह गई है। सरकार ने स्वास्थ्य विभाग और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टास्क फोर्स और कोर ग्रुप सहित हरेक स्तर पर उच्चस्तरीय बैठक शुरू कर तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर उससे निपटने का विस्तृत खाका तैयार कर लिया है।
उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने तीसरी लहर में छोटे बच्चों के संक्रमित होने की आशंका जताई हैं। इस संदर्भ में भी राज्य सरकार ने बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों, हॉस्पिटल में बच्चों के लिए वार्ड, अतिरिक्त बेड, ऑक्सीजन, दवाइयां और इंजेक्शन इत्यादि के लिए कोरोना की पहली और दूसरी लहर के अनुभवों के आधार पर उपचार व्यवस्था की तैयारी कर ली है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक एक्शन प्लान भी आगामी दिनों में आवश्यकतानुसार जारी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ऑक्सीजन उत्पादन के मामले में गुजरात को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प किया है ताकि राज्य के हॉस्पिटलों में ऑक्सीजन की कोई कमी न रहे। इसके लिए गुजरात में सीधे हवा से ही ऑक्सीजन बनाने वाले प्रेशर स्विंग एबसॉप्र्शन यानी पीएसए प्लांट शुरू किए जा रहे हैं जिनसे राज्य की ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता में 300 टन की बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के एक मजबूत शस्त्र के तौर पर टीकाकरण कार्यक्रम को भी सरकार ने व्यापक बनाया है। जितनी जल्दी लोगों का टीकाकरण होगा, उतनी जल्दी हम कोरोना की चपेट से बाहर निकल सकेंगे।
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