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ब्राजील के शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ब्राजील जापान की तरह से जैविक फूकूशिमा त्रासदी को झेल रहा है, जिसमें हर हफ्ते कोरोना वायरस का एक नया स्ट्रेन सामने आ रहा है। ब्राजील में मंगलवार को मौतों का एक दिन का रिकॉर्ड टूट गया और 4,195 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
अनुमान है कि जुलाई महीने तक ही देश में छह लाख लोगों की मौत हो जाएगी। देश के पूर्वोत्तर इलाके में कोरोना वायरस से लड़ रही टीम का फरवरी महीने तक नेतृत्व करने वाले मिगुएल निकोलेलिस ने कहा कि ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो देश के इतिहास में सबसे बड़ी मानवीय त्रासदी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा, यह एक परमाणु रिएक्टर की तरह से है जिसमें चेन रिएक्शन शुरू हो गया है और यह नियंत्रण के बाहर है। यह जैविक फूकूशिमा त्रासदी की तरह से है।
मिगुएल का इशारा वर्ष 2011 में भीषण सुनामी के बाद जापानी परमाणु रिएक्टर में हुए हादसे की ओर था। उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि केवल ब्राजील इस महामारी का दुनियाभर में केंद्र नहीं है, यह पूरी पृथ्वी पर महामारी को नियंत्रित करने के अंतरराष्ट्रीय समुदाय के प्रयासों के लिए खतरा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने कहा कि अगर ब्राजील में कोरोना वायरस पर काबू नहीं पाया गया तो पूरी धरती पर इसे नियंत्रित नहीं किया जा सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने कहा, हम हर हफ्ते एक नया स्ट्रेन देख रहे है जिसमें से कुछ पहले से ज्यादा संक्रामक हैं और ज्यादा घातक हैं। इनमें से कुछ सीमापार करके लैटिन अमेरिका के अन्य देशों और वहां से पूरी दुनिया में फैल सकते हैं।
बता दें कि दुनिया में कोविड-19 मामलों की संख्या 13.22 करोड़ से अधिक हो गई है। वहीं मरने वालों का आंकड़ा 28.7 लाख के पार हो गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक दुनिया में अब मामलों की संख्या 13,22,93,566 और मरने वालों की संख्या 28,71,642 हो गई है। दुनिया में कोरोना वायरस महामारी के मामले में ब्राजील 3,41,097 मौतों के साथ दूसरे स्थान पर है। यहां कोरोना के 1 करोड़ 31 लाख 97 हजार 31 मामले हैं।
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