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कोरोना वायरस से लाखों लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन अभी कर कोरोना की वैक्सीन नहीं आई है। कई देशों ने वैक्सीन बनाई लेकिन वैक्सीन सफल नहीं हुई है। रूस की वैक्सीन सफल हुई है। इसी तरह से भारत में भी अपना पहला टीका फरवरी 2021 के आसपास कोविड-19 के लिए मिल सकता है। सूत्रों के अनुसार देश का ड्रग रेगुलेटर द्वारा जनवरी के अंत तक कम से कम एक वैक्सीन कैंडिडेट को आपातकालीन उपयोग अप्रूवल (ईयूए) जारी करने की संभावना बताई जा रही है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर पर टीकाकरण करने के लिए की जाएगी।
NITI आयोग, सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के कर्मचारी टीकाकरण की तैयारियां कर रहे हैं। सरकारी सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यों के कोविड-19 स्थिति के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग कर सकते हैं। NITI आयोग की बैठक बताया जा रहा है कि इमरजेंसी अप्रूवल, अग्रिम खरीद, टीकों के मूल्य निर्धारण जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई है।
सरकारी सूत्रों कहा कि कोरोना टीकाकरण ब्रिटिश नियामक वैक्सीन का औपचारिक मूल्यांकन शुरू करने वाले थे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा से कहा कि अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने कहा कि वह टीका लगाने के लिए 10 दिसंबर को बैठक करेगा। चिकित्सा नियामक मेडिसीन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी के प्रवक्ता ने कहा कि हमारी स्वास्थ्य सेवा एक कोरोना वैक्सीन को तैयार करने के लिए तैयार है, यह सुनिश्चित करने के लिए बहुत बड़ी योजना बनाई गई है।
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