देश में कोरोना जोरदार ताडंव मचा रहा है। कोरोना का आकंड़ा 13 लाख तक पहुंच गया है। अभी 1.80 लाख कोरोना एक्टिव केस हैं। सबसे ज्यादा कोरोना के केस दिल्ली और महाराष्ट्रा में सामने आ रहे हैं। इसलिए महाराष्ट्र कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित राज्य बन गया है। ऐसे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की तरफ से जारी डेटा ने टेंशन ओर ज्यादा बढ़ा दी है।


राज्य में लिए गए सैंपल्स में से 220 मामलों में डबल म्यूटेशन पाया गया है। वैसे तो यह साफ नहीं किया गया है कि राज्य में बढ़ते मामलों का कारण डबल म्यूटेशन ही है। डॉक्टरों के मुताबिक B.1.617 में स्पाइक प्रोटीन में दो म्यूटेशन- E484Q और L452R होते हैं। NIV अधिकारियों ने सभी सरकारी लैबोरेटरी के जिला प्रमुखों के सामने डेटा पेश किया है। अधिकारियों का कहना है कि सरकार को इस मामले में लिखित रिपोर्ट मिलना अभी बाकी है।

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य सरकार ने महाराष्ट्र के सभी सैंपल्स पर केंद्र से जीनोम सीक्वेंसिंग पर एक विस्तृत रिपोर्ट की मांग की है। राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, राज्य में दूसरी लहर के मामले में डबल म्यूटेंट की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। राज्य में हर रोज 50 हजार से ज्यादा संक्रमण के नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं।