लंदन। कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron Variant)के कारण दुनिया एक बार फिर से दहशत में है। इस बीच ब्रिटेन में कोरोना वायरसका ब्लास्ट (Coronavirus in Britain) हुआ है। गुरुवार को 24 घंटे के अंदर कोरोना के 88 हजार 376 संक्रमित मिले। ब्रिटिश स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि अगले कुछ दिनों में मामलों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। बुधवार से गुरुवार के बीच कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित 146 लोगों की मौत हुई है। इस दौरान सरकार बूस्टर डोज को भी तेजी से बढ़ा रही है। रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, बुधवार को 745,183 लोगों को वैक्सीन लगाई गई।

यूके के अधिकारियों ने कहा है कि कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) बड़ी तेजी से फैल रहा है, जिसमें हर दो से तीन दिनों में मामले की संख्या दोगुनी हो रही है। यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि देश में अन्य 1,691 ओमिक्रॉन मामलों की पहचान की गई है, जिससे कुल मामले 11,708 हो गए हैं। हालांकि, वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि ये संख्या बहुत अधिक होने की संभावना है।

इंग्लैंड के मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि ये संभव है कि इस सर्दी में कोविड -19 से दैनिक अस्पताल में भर्ती पिछली संख्या को पार कर जाए। हालांकि उन्होंने आगाह किया कि विशाल अनिश्चितता ओमीक्रॉन वेरिएंट के बारे में बनी हुई है। इस बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने डाउनिंग स्ट्रीट में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान सचेत किया कि ओमिक्रॉन से संक्रमण के मामले दो से भी कम दिनों में दोगुने हो रहे हैं, लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि कोविड-19 वैक्सीन की बूस्टर डोज देने की मुहिम से इससे निपटने में मदद मिलेगी। जॉनसन की ओर से ओमीक्रॉन के खतरे को रोकने के लिए इस साल के अंत तक सभी वयस्कों को बूस्टर डोज देने का लक्ष्य रखा है।

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को बेहद खतरनाक वेरिएंट माना जा रहा है। ये तेजी से दुनिया के ज्यादातर देशों में फैलता जा रहा है। हालांकि, इस वेरिएंट को लेकर हर देश में सजगता बरती जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की क्षेत्रीय निदेशक ने आगाह किया है कि वेरिएंट को ‘हल्का’ कहकर खारिज नहीं किया जा सकता, क्योंकि ये तेजी से फैल रहा है।

कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट से उत्पन्न चिंताओं के बीच डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने गुरुवार को कहा कि ओमिक्रॉन किसी भी अन्य पिछले वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैल रहा है। इसे ‘हल्का’ कहकर खारिज नहीं करना चाहिए।