पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सदस्य ऑस्कर फर्नांडिस का सोमवार को मंगलुरु के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे।

फर्नांडिस को नियमित व्यायाम के दौरान दुर्घटनावश गिर जाने के कारण चोटें आई थीं और उन्हें 19 जुलाई को शहर के येनेपोया अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

कांग्रेसी नेता दीवार पर पुश-अप और दीवार से टकराने के दौरान संतुलन खो बैठे थे। अस्पताल जाने के बाद पता चला कि उनके दिमाग में खून का थक्का जम गया था, जहां उनका डायलिसिस चल रहा था। 

उन्‍होंने डॉक्टर को बताया था कि गिरने के बाद से बार-बार सिरदर्द हो रहा था। उनके परिवार के करीबी सूत्रों ने बताया कि मेडिकल जांच में उनके दिमाग में थक्का जमने का पता चला है।

फर्नांडीस यूपीए सरकार में केंद्रीय परिवहन, सड़क और राजमार्ग और श्रम और रोजगार मंत्री थे। फर्नांडीस ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के करीबी थे। यूपीए-द्वितीय सरकार में पहली बार मंत्री बने फर्नांडीस ने मनमोहन सिंह सरकार में और पार्टी में भी कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। यूपीए सरकार में एआईसीसी का महासचिव होना भी उनके लिए करियर की एक बड़ी छलांग थी।

उडुपी जिले में 27 मार्च 1941 को जन्मे फर्नांडीस अपने माता-पिता रोक फर्नांडीस और लियोनिसा एम फर्नांडीस से पैदा हुए वह 12 बच्चों में से एक हैं। ब्लॉसम फर्नांडीस से विवाहित, उनके दो बच्चे हैं, एक बेटा और एक बेटी। उन्होंने सेसिलिया कॉन्वेंट, उडुपी में एमजीएम कॉलेज में अध्ययन किया और कला में स्नातक किया।