कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (rahul gandhi) ने उत्तराखंड कांग्रेस में आंतरिक कलह (Congress Crisis) पर सख्त रुख अपनाते हुए प्रदेश कांग्रेस के सभी नेताओं को विधान सभा का आगामी चुनाव पूरी एकता के साथ लड़ने और एकजुट होकर पार्टी को जिताने का सख्त निर्देश दिया है। 

दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने कहा कि उत्तराखंड में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (harish rawat) के बयान के बाद विवाद चल रहा था, जिसे देखते हुए वहां के कांग्रेस नेताओं को गांधी ने शुक्रवार को दिल्ली तलब किया था। गांधी के आवास 12 तुलगक लेन पर उनसे मिलने आये उत्तराखंड के सभी नेताओं से उन्होंने अलग अलग बातचीत की और कहा कि उत्तराखंड में पार्टी को जिताना है और इसके लिए सबको एकजुट होकर काम करना है। 

उन्होंने उत्तराखंड के कांग्रेस नेताओं से कहा कि चुनाव से पहले किसी भी तरह का अंतर्कलह स्वीकार्य नहीं होगा इसलिए सभी नेता मिलकर पार्टी को जिताने के लिए चुनाव मैदान में उतरें। मुख्यमंत्री कौन होगा इस बारे में बाद में निर्णय लिया जाएगा। पार्टी पहले ही हरीश रावत (harish rawat) को प्रचार समिति का अध्यक्ष नियुक्त कर चुकी है, लेकिन उनके समर्थक प्रदेश के बड़े नेता मांग कर रहे हैं है कि रावत को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया जाना चाहिए। इस बीच प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष उत्तराखंड कांग्रेस के जिन नेताओं ने गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की है उनमें पार्टी के प्रदेश प्रभारी महासचिव देवेंद्र यादव के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (harish rawat), प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, सीएलपी नेता प्रीतम सिह, यशपाल आर्य सहित कई अन्य प्रमुख नेता शामिल थे। 

बैठक के बाद कांग्रेस नेता हरीश रावत (harish rawat) ने कहा कि वह उत्तराखंड कांग्रेस में चुनाव प्रचार समिति के प्रमुख के तौर पर काम करेंगे। रावत ने इसी सप्ताह कहा था कि उन्हें पार्टी नेताओं का सहयोग नहीं मिल रहा है। उत्तराखंड कांग्रेस (Uttarakhand Congress) के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय (Kishore Upadhyay) ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस में किसी तरह का विवाद नहीं है। पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व से मुलाकात के बाद अब बिल्कुल साफ हो गया है कि उत्तराखंड कांग्रेस एकजुट है और राज्य में इस बार कांग्रेस बहुमत आएगी और उसकी ही सरकार बनेगी। उन्हांने कहा कि गांधी से प्रदेश के नेताओं की आज की मुलाकात उत्तराखंड में कांग्रेस को एकजुट होकर जीत दिलाने में मील का पत्थर साबित होगी। प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि पार्टी रावत के नेतृत्व में ही काम करेगी और विधानसभा का चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रतीम सिंह ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस में किसी तरह का विवाद नहीं है। पार्टी नेतृत्व से जो निर्देश मिले हैं उनका पालन किया जाएगा। पार्टी नेताओं की दिल्ली में जब गांधी से मुलाकात हो रही थी तो उस समय उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पार्टी के कुछ असंतुष्ठ कार्यकर्ता आपस में भिड़ गये और उन्होंने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में तोड़फोड़ की।