/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2021/11/26/dailynews-1637947179.jpg)
बीते कुछ दिनों से बिहार में शराबबंदी के (Sale of liquor in Bihar) बाद भी हो रही शराब की बिक्री पर खूब चर्चा हो रही है। विपक्ष पार्टियां इस मुद्दे पर सरकार को घेर रही हैं तो वहीं सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar ) विपक्ष से साथ मांग रह हैं। उनका कहना है कि लाशों पर राजनीति करना सही नहीं है। हमें साथ आकर लोगों को जागरूक करने की जरूरत है, जिससे लोगों को इस जहर से मुक्ति मिल सके।
इसी क्रम में आज नशा मुक्ति दिवस (Drug de-addiction day) के अवसर पर बिहार में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, शिक्षा मंत्री विजय चौधरी समेत कई मंत्री शामिल हुए। यहां बिहार सीएम ने राज्य के अधिकारियों और कर्मचारियों को शराबबंदी की शपथ दिलाई। बिहार सीएम ने कहा कि अगर कोई नेता या अधिकारी शराब का सेवन करता है (Any leader or officer consumes alcohol then strict action will be taken against him)तो उसपर सख्त कार्रवाई होगी।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमने 2015 में ही तय कर लिया था कि फिर से सरकार में आए तो इस बार शराबबंदी लागू करेंगे। वहीं 2016 में शराबबंदी लागू होने के बाद से अब तक 9 बार समीक्षा कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी तभी सफल होगी जब पटना पर कंट्रोल होगा। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को सक्रिय होने के निर्देश दिए।
इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने शराब की जानकारी मिलने पर एक शादी समारोह के दौरान दुल्हन के कमरे में घुसने पर भी बात की। सीएम ने कहा कि हम किसी भी हाल में बिहार में शराबबंदी को सफल बनाएंगे, उसके लिए हमें कुछ भी करना पड़े। ऐसे में पुलिस को शराब की जानकारी मिलेगी तो वह जांच के लिए कहीं भी घुस सकती है। चाहे वो कोई पार्टी हो या किसी नेता या अधिकारी का घर। सूचना मिलने पर हर जगह जांच होगी भले ही वहां महिला ही क्यों न हो।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |