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नई दिल्ली। आज के समय की भागदौड़ भरी जिंदगी में स्ट्रेस होना सामान्य सी बात है. आज के दौर में हर दूसरा व्यक्ति स्ट्रेस की समस्या से गुजर रहा है. हल्का-फुल्का स्ट्रेस तो सभी को होता है के साथ होता है, लेकिन कई बार स्ट्रेस के चलते मानसिक शारीरिक समस्याएं पैदा हो जाती हैं. इसको क्रॉनिक स्ट्रेस के नाम से जाना जाता हैं. ये एक किस्म की गंभीर तनाव वाली बीमारी है. ऐसे स्थिति तब होती है जब व्यक्ति लंबे समय से लगातार तनाव में रहता होता है. ऐसे में यदि कोई व्यक्ति स्ट्रेस में होता है तो उसकी बॉडी में एड्रेनालाइल और कॉर्टिसोल नामक हार्मोन बनते हैं जो हमारे शरीर में सांस की गति या ह्रदय को बढ़ाकर स्ट्रेस को बढ़ावा देते हैं.
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शरीर के इस सिस्टम पर होता है असर
यह स्ट्रेस हफ्तों, महीनों और कई सालों तक रह सकता है. इसका असर शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर होता है. विशेषज्ञों के अनुसार जब व्यक्ति तनाव में होता है तो इसका सीधा असर उनके इम्यून सिस्टम पर होता है. क्रॉनिक स्ट्रेस की वजह से व्यक्ति इतना कमजोर हो जाता है कि वो आसानी से किसी भी संक्रमण या बीमारी की चपेट में आ जाता है. इतना ही नहीं बल्कि ऐसे लोगों को बीमारी से ठीक होने में भी समय लगता है.
ऐसी बीमारियों का खतरा
क्रॉनिक स्ट्रेस में व्यक्ति की नींद उड़ जाती है जिसकी वजह से कई रातों तक नींद नहीं आती. इस वजह से उन्हें और भी समस्याएं होने लगती है. इसके चलते याददाश्त कमजोर होने लगती है, डायबिटीज, दिल की बीमारी, अल्सर समेत तमाम मानसिक समस्याएं एंजाइटी और डिप्रेशन होते है.
थकावट
क्रॉनिक स्ट्रेस के कारण लोगों को हर वक्त ऊर्जा की कमी महसूस होती है. लंबे वक्त तक तनाव में रहने से व्यक्ति को थकावट महसूस होती है. किसी भी काम को करने में उसे एक्साइटमेंट महसूस नहीं होता और परफॉर्मेंस गिर जाती है.
अपाचन
क्रॉनिक स्ट्रेस वाले लोग पाचन संबंधी परेशानी से भी पीड़ित होते हैं. दरअसल, जो लोग स्ट्रेस में रहते हैं वह लोग ओवरईटिंग करते हैं. इस वजह से उनको कब्ज, लूज मोशन, पेट में जलन, ब्लोटिंग जैसी समस्याएं होती है. इसके अलावा कई बार ऐसा होता है कि व्यक्ति बिल्कुल सुन्न हो जाता है, दिल की धड़कन तेज हो जाती है, बार-बार टॉयलेट लगता है, गला सूखता है, आत्मविश्वास की कमी, जी मिचलता है.
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ऐसे करें बचाव
स्ट्रेस दूर करने के लिए आप एक्सरसाइज जरूर करें. मेडिटेशन करें और अपने तनाव के बारे में अपने दोस्तों और अपने घर में बात करें. साथ ही शराब, सिगरेट, कैफीन की लत से दूरी बना लें. यदि काम की वजह से स्ट्रेस है तो कुछ दिनों की छुट्टियां लेकर परिवार के साथ वक्त बिताएं. ऐसा करके आप स्ट्रेस से दूरी बना सकते हैं.
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