चीन की वजह से कोरोना वायरस महामारी झेल चुकी दुनिया अभी उसकी हरकतों के अंजाम भुगत रही है। ऐसा ही पीड़ित यूरोप के सर्बिया (Serbia) देश का रैडिनैक (Radinac Village) नाम का गांव है। यहां एक दशक पहले यहां पर लोग स्वस्थ और सुरक्षित थे। लेकिन यहां चीन की एक स्टील कंपनी ने यहां पर अपना कारखाना खोल लिया। इसकी वजह से स्थानीय लोगों को रोजगार मिला और लोग खुश थे, लकिन अब काम और पैसे के साथ कैंसर भी मिल रहा है। इस गांव को लाल धूल की चादर में ढंक दिया है।

इस गांव में पिछले एक दशक में कैंसर के मामले चार गुना बढ़ गए हैं। यहां पर चीन की स्टील कंपनी स्मेडरेवो (Smedrevo Steel Mill) है जिसके खिलाफ लोग अब आवाज उठा रहे हैं। मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द कंपनी बंद हो और पूरे गांव में फैली लाल धूल की चादर को साफ किया जाए।

स्थानीय निवासियों के अनुसार अब आलम ये है कि गांव में लोग कपड़े भी घर के अंदर सुखाते हैं। गाड़ियों पर से लाल धूल हटाने के लिए सिरके (Vinegar) का उपयोग किया जाता है। पानी से कुछ भी जल्दी साफ नहीं होता। लोग घरों से जल्द बाहर नहीं निकलते। उनकी सांसों में लाल जहर जो घुलने लगता है। जब इस बारे में स्मेडरेवो की सार्वजनिक हेल्थ एजेंसी से पूछा गया तो पता चला कि वहां पर करीब 1 लाख लोग रहते हैं। साल 2019 में यहां पर 6866 कैंसर के मामले सामने आए थे, जो साल 2011 की तुलना में 1738 केस ज्यादा थे।

स्टील कंपनी स्मेडरेवो (Smedrevo Steel Mill) ने अपनी टेक्नोलॉजी सुधारने और प्रदूषण कम करने के लिए 300 मिलियन यूरो यानी 2577 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसे चीन की सबसे बड़े स्टील निर्माता कंपनी हीस्टील (Hesteel) ने पांच साल पहले 46 मिलियन यूरो यानी 395 करोड़ रुपये से ज्यादा में सर्बिया से खरीदा था। अब इस प्लांट की पर्यावरण संरक्षण मैनेजर लुबिका ड्रेक ने कहा कि हम सब स्मेडरेवो के नागरिक हैं। हम प्रदूषण के बावजूद काम कर रहे हैं। अपने और अपने बच्चों के भविष्य के लिए लगातार इसे सुधारने का प्रयास कर रहे हैं।