पॉल्यूशन का अड्डा कहा जाने वाले चीन ने अगले पांच वर्षों में देश की वन कवरेज दर को 24.1 प्रतिशत तक बढ़ाने की कसम खाई है। रिपोर्ट के अनुसार, 14 वीं पंचवर्षीय योजना (2021-2025) की अवधि के अंत तक देश का वन स्टॉक वॉल्यूम 19 बिलियन क्यूबिक मीटर तक पहुंच जाएगा, जो वर्तमान में 1.4 बिलियन क्यूबिक मीटर है। राष्ट्रीय वानिकी और ग्रासलैंड प्रशासन के एक अधिकारी लियू डोंगशेंग ने कहा कि 1 प्रतिशत अंक बढ़कर 57 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा।


बता दें कि प्राधिकरण ने पहली बार चीन के वन कार्बन रिजर्व का भी खुलासा किया है। चीन के वन कार्बन रिजर्व 9.2 बिलियन टन तक पहुंच गए हैं, जो प्रत्येक वर्ष औसतन 200 मिलियन टन से अधिक की वृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है, जो 700 मिलियन से 800 मिलियन टन के कार्बन सिंक के बराबर है। लियू ने कहा कि वन क्षेत्र के विस्तार और वन भंडार में वृद्धि के साथ, वन कार्बन सिंक धीरे-धीरे बढ़ेंगे, जिससे देश को जलवायु परिवर्तन से निपटने और अपने कार्बन-तटस्थ लक्ष्य तक पहुंचने में मदद मिलेगी।


इस वर्ष की शुरुआत में जारी नेशनल ग्रीनिंग कमीशन की रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में, चीन का वन कवरेज 22.96 प्रतिशत हो गया है, जो दुनिया में लगाए गए पेड़ों का सबसे बड़ा क्षेत्र है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वर्ष चीन में वन कवरेज का एक बड़ा हिस्सा देखा गया है, जिसमें नए लगाए गए जंगल 7.07 मिलियन हेक्टेयर तक पहुंच गए हैं, और सभी प्राकृतिक जंगलों में वाणिज्यिक प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।