कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर चीन दुनियाभर के निशाने पर है। अमरीका, ब्रिटेन सहित अन्य देशों के वैज्ञानिकों का दावा है कि इस वायरस को चीन ने ही बनाया और वुहान लैब से ही यह दुनियाभर में फैला है। इसी बीच खबरें आई हैं कि चीन ने कृत्रिम सूरज बना लिया है। चीन का यह कृत्रिम सूरज असली सूर्य से कई गुना ज्यादा गर्म और ऊर्जा देने वाला बताया जा रहा है।

मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार चीन की ओर से तैयार किया गया कृत्रिम सूरज असली सूरज की तुलना में 10 गुना ताकतवर है यानी यह अधिक प्रकाश देगा। बताया जा रहा है कि 10 सेकेंड में कृत्रिम सूरज का तापमान 16 करोड़ डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। इसका अर्थ यह है कि प्राकृतिक सूरज की तुलना में इसकी गर्मी 10 गुना ज्यादा रही। यह तापमान करीब 100 सेकेंड तक कायम भी रहा। चीन के अनहुई राज्य में एक रिएक्टर में इस कृत्रिम सूरज को बनाया गया है। इसमें न्यूक्लियर संलयन की मदद ली गई है। सामान्य तौर पर इस तकनीक के जरिए हाइड्रोजन बम बनाया जाता है। इसमें गर्म प्लाज्मा को फ्यूज करने के स्ट्रांग मैगनेटिक फील्ड का निर्माण किया जाता है। इसमें अत्यधिक गर्मी पैदा होती है।

शेंजेन स्थित दक्षिणी विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय के फिजिक्स डिपार्टमेंट के निदेशक ली मियाओं कहते हैं कि अगले कुछ हफ्तों तक स्थिर तापमान पर हमें अपने प्रोजेक्ट को चलाना है। 100 सेकेंड तक 16 करोड़ डिग्री का तापमान बनाए रखना भी अपने आपमें बड़ी सफलता है और इसे स्थिर बनाए रखना है। फ्रांस में भी न्यूक्लियर फ्यूजन पर काम किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि फ्रांस का प्रोजेक्ट 2025 में पूरी होगी। इसके अलावा कोरिया भी केएसटीएआर के जरिए कृत्रिम सूरज बनाने में कामयाब हुआ है जिससे 20 सेकेंड के लिए 10 करोड़ डिग्री सेल्सियस तापमान स्थिर किया गया।