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चीनी मिलिशिया के नावों की मौजूदगी से दक्षिण चीन सागर में गतिरोध शुरू हो गया है। दरअसल यूनियन बैंक व व्हिटसन रीफ जहां मार्च की शुरुआत में 220 चीनी नाव मौजूद थे वह फिलीपींस के विशेष आर्थिक क्षेत्र के 220 नॉटिकल मील के भीतर थे। यदि फिलीपींस प्रतिक्रिया नहीं देता है तब यह यूनियन बैंक के इस जगहों को अलविदा कर सकता है। इसमें से एक फिलीपींस के अहम थिटू आइलैंड से मात्र 129 किमी की दूरी पर है। जब फिलीपींस ने व्हिटसन रीफ से चीन को हटने के लिए कहा तब उसका जवाब था कि यह उनका अधिकार क्षेत्र है।
उस वक्त चीन की इन करतूतों के मद्देनजर फिलीपींस ने कहा कि दक्षिण चीन सागर में मिलिशिया द्वारा चलाए जा रहे सैकड़ों चीनी जहाज बड़े पैमाने पर फैल गए हैं और अपने जहाजों के बेड़े को इस क्षेत्र से हटाने की फिलीपींस की मांग को ठुकरा दिया। फिलीपींस ने व्हिटसन रीफ में अपने 200 मील के विशेष आर्थिक क्षेत्र में चीनी नावों की मौजूदगी को झुंड और धमकी करार दिया। वहीं कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, जापान और अन्य देशों ने इस क्षेत्र में की जा रही गतिविधियों को लेकर चीन के इरादे पर संदेह जताया। इसपर चीन ने इन देशों को फटकार लगाई और कहा कि नौकाएं अशांत समुद्र से पनाह ले रही हैं और उनमें कोई मिलिशिया सवार नहीं है। दक्षिण चीन सागर पर फिलीपींस के टास्क फोर्स ने एक बयान जारी कर चीनी समुद्री मिलिशिया की निरंतर गैरकानूनी उपस्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की। इस समुद्री बेड़े को अभी तक यहां से हटाया नहीं गया है।
फिलीपींस की टास्क फोर्स ने हाल में ही अपने खुफिया सूत्रों के जरिए इकट्ठा की गई जानकारी का हवाला देते हुए बताया कि 44 जहाज अभी भी व्हिटसन रीफ में थे और लगभग 200 अन्य स्प्रैटली द्वीपों के चारों ओर फैले हुए थे। इसके अलावा चीन के सैन्यकृत मानव निर्मित द्वीपों के पास भी जहाज मौजूद हैं। यहां पर चीन की चार नावें देखी गई।
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