चाइना कई तरह के खतरनाक एक्सीपेरिमेंट करता रहता है। जिसका अंजाम अच्छा होने के साथ साथ बहुत ही खतरनाक भी होता है। परिणामस्वरूप कोरोना वायरस, जिसने पूरी दुनिया को तबाह कर रख दिया है। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ने हाहाकार मचा दिया है। 2 साल से बाद भी कोरोना वायरस पर काबू नहीं पाया गया है। अभी भी कोरोना वायरस अपनी रफ्तार लिए लाखों लोगों को मौत के घाट उतार रहा है।




कोरोना वायरस का आतंक दुनिया में खत्म हुआ नहीं इससे पहले ही चाइना एक और प्रयोग कर रहा है। चाइना दुनिया में खौफ बनाने के लिए अपने सैनिकों को और ज्यादा मजबूत करने के लिए सैनिकों के जीन में बदलाव कर रहा है। इंटरनेशनल मीडिया में ये भी कहा जा रहा है कि चीन खुफिया तरीके से चूहों समेत कई जंतुओं के DNA में बदलाव कर उनपर खतरनाक प्रयोग कर रहा है।


इंटेलिजेंस ने जानकारी दी

अमेरिकी खुफिया एजेंसी के मुताबिक चीन केवल जीव-जंतुओं ही नहीं, बल्कि इंसानों में भी जेनेटिक बदलाव ला रहा है। सैनिकों को ज्यादा क्रूर और ताकतवर बनाने के लिए जेनेटिक इंजीनियरिंग हो रही है। अमेरिकी नेशनल इंटेलिजेंस के पूर्व डायरेक्टर जॉन रेटक्लिफ ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया कि चीन सैनिकों को सुपर सोल्जर बनाने की तैयारी कर रहा है।


जीन एडिटिंग

चीन सैनिकों के बायोलॉजिकल छेड़छाड़ कर रहा है, उसे क्लस्टर्ड रेगुलरली इंटरस्पेस्ड शॉर्ट पेलिंड्रोमिक रिपीट्स (CRISPR) के नाम से जाना जाता है। बता दें कि विज्ञान में ये असल में एक डीएनए स्ट्रक्चर है, जो बैक्टीरिया आदि में होता है। अब तक इसका इस्तेमाल बीमारियों से बचाव के लिए किया जाता है और फसलों की ज्यादा उन्नत किस्म तैयार करने में भी इस तकनीक का उपयोग होता है। जीन एडिटिंग की तकनीक के बारे में वैज्ञानिक इंसानों पर भी ये प्रयोग कर सकता है।