देश में कोरोना की दूसरी लहर कोहराम मचा रखा है। कोरोना की दर एक दो दिन से गिर रही है। कोरोना से संक्रमितों की संख्या में गिरावट देखने को मिल रही है लेकिन कोरोना से मरने वालों की दर में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। कोरोना से बहुत ही लोगों मर रहे है। कोरोना की दूसरी लहर ने पहली लहर के मुकाबले रिकॉर्ड तोड़ दिया है। स्वाेस्य्रो  विशेषज्ञ और वैज्ञानिक तीसरी लहर को लेकर आगाह कर रहे हैं।

दूसरी लहर में कोरोना ने युवाओं  और बुजुर्गों को अपना शिकार बनाया है लेकिन अब विशेषज्ञों द्वारा बताया जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर छोटे बच्चोंि को अपना शिकार बना सकती है। हालांकि विशेषज्ञों ने बताया कि तीसरी लहर को लेकर लोगों को डरने की जरूरत नहीं है लेकिन सरकारों को सबक लेने के साथ ही इस हिसाब से तैयारियां करने की बड़ी आवश्यहकता है। सावधआनी रहेगी तो खतरा कम रहेगा।


दूसरी लहर की तरह लापरवाही रखी जाएगी तो अंजाम पता है ही। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के टास्क फोर्स ऑपरेशन ग्रुप फॉर कोविड के प्रमुख डॉ. एन के अरोड़ा ने कहा कि तीसरी लहर को लेकर कही जा रही सभी बातें सही नहीं हैं। कोरोना की पहली लहर में कुल कोरोना मरीजों में 10 साल से कम उम्र के 3.5 फीसदी बच्चेक कोरोना की चपेट में आए थे। जबकि अगर कोरोना की 2021 में आई दूसरी लहर को देखें तो 2.8 फीसदी बच्चों  को कोरोना हुआ है।