/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2020/10/29/01-1603957578.jpg)
फ्रांस की मैगजीन शार्ली एब्दो फिर विवादों में आ गई है। इस बार मैगजीन ने तुर्की के राष्ट्रपति का कार्टून बनाया है, जिससे बखेड़ा खड़ा हो गया है। तुर्की ने एब्दो के खिलाफ सांस्कृतिक नस्लभेद करने का आरोप लगाया है। हाल ही मैगजीन ने अपने पहले पन्ने पर तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगान का कार्टून बनाया था।
जानकारी के अनुसार एर्दोगान के प्रेस प्रवक्ता फार फाहरेतीन आल्तुन ने ट्वीट किया, हम इस प्रकाशन के द्वारा सांस्कृतिक नस्लभेद और नफरत फैलाने की कोशिश की निंदा करते हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मैन्युअल मैक्रों के मुस्लिम-विरोधी एजेंडे का नतीजा दिख रहा है। शार्ली एब्दो ने तथाकथित कार्टूनों की शृंखला छापी है, जिसमें हमारे राष्ट्रपति के घृणित कार्टून दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि मैगजीन के ऑनलाइन एडिशन में अभद्र कैप्शन के साथ कम कपड़ों में एर्दोगान का कार्टून दिखाया गया है। शार्ली एब्दो ने यह कार्टून ऐसे वक्त में छापा है जब एर्दोगान, मैक्रों और दूसरे यूरोपीय नेताओं के बीच फ्रांस में शिक्षक हत्याकांड पर बहस जारी है।
जानकारी के मुताबिक फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रोंं का विरोध सिर्फ तुर्की ही नहीं, ईरान में भी हो रहा है। मैक्रों के बयान के बाद यहां के मीडिया ने उन्हें राक्षस दिखाया है। उनके भी कार्टून यहां छापे गए हैं जिनमें उनके लंबे कान हैं, पीली आंखें हैं और नुकीले दांत हैं। ईरानी मीडिया के अनुसार मैक्रों ने दुनियाभर के मुस्लिमों को नाराज कर दिया है।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |