मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में चंबल नदी का जलस्तर आज खतरे के निशान (138 मीटर) से छह मीटर ऊपर (144 मीटर) वह रही है। इस वजह से उसके किनारे बसे लगभग 89 गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। कलेक्टर बी कर्तिकेयन ने चंबल नदी से प्रभावित गांवों का दौरा करते समय बताया कि कोटा बैराज बांध से एक लाख क्यूसेक पानी आज फिर छोड़े जाने के बाद चंबल के जलस्तर में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है।

दोपहर 12 बजे चंबल खतरे के निशान से छह मीटर ऊपर बह रही थी। उन्होंने कहा कि चंबल नदी में बाढ़ की स्थिति में किनारे बसे 89 प्रभावित होने बाले गांवों को अलर्ट जारी कर दिया गया है। श्री कर्तिकेयन ने बताया कि अभी तक बाढ़ से प्रभावित पांच सौ लोगों को रेस्क्यू के द्वारा सुरक्षित निकाला गया है और लगभग एक हजार ग्रामीणों को अन्यंत्र विस्थापित किया गया है। 

उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ की टीम चंबल की बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर निकालने के कार्य में लगी हुई हैं और राजस्व व पुलिस प्रशासन के अधिकारी चंबल प्रभावित गांवों पर नजर रखे हुए हैं। कलेक्टर ने कहा कि अभी चंबल नदी में और अधिक पानी बढऩे की संभावना है। उन्होंने ग्रमीणों से अपील की है कि वे घबराए नहीं और न ही अफवाओं पर ध्यान दें। 

जिला प्रशासन पूरी नजर रखे हुए है। गौरतलब है कि राज्य के उत्तरी अंचल में बसे मुरैना जिले के अलावा श्योपुर, भिंड, गुना, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी आदि जिलों में पिछले तीन चार दिनों से लगातार बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति बनी हुयी है।