कोलकाता। केंद्र सरकार (Central government) ने लोगों की मदद के लिए मदर टेरेसा द्वारा गठित गैर-लाभकारी संगठन मिशनरीज ऑफ चैरिटी (Missionaries of Charity) के सभी बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है।

सोमवार को सामने आई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्रीय अधिकारियों ने रविवार शाम को पूरे भारत में इन बैंक खातों के माध्यम से सभी लेनदेन को रोकने के आदेश जारी किए हैं। इस फैसले से 22,000 रोगियों और लोगों के सामने बिना किसी इलाज और भोजन की समस्या खड़ी हो गई है।

हालांकि मिशनरीज ऑफ चैरिटी के अधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के इस कदम पर हैरानी जताई है।

ममता ने एक ट्वीट में कहा, 'यह सुनकर स्तब्ध हूं कि क्रिसमस पर केंद्रीय मंत्रालय ने भारत में मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सभी बैंक खातों को फ्रीज कर दिया! उनके 22,000 रोगियों और कर्मचारियों को भोजन और दवाओं के बिना छोड़ दिया गया।'

उन्होंने आगे कहा, 'भले ही कानून सर्वोपरि है, लेकिन मानवीय प्रयासों से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।'

सीपीएम नेता सूर्यकांत मिश्रा ने ट्विटर पर लिखा, 'कल क्रिसमस के दिन केंद्रीय मंत्रालय ने मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सभी बैंक खातों को फ्रीज कर दिया। सरकार ने भारत में नकदी सहित सभी खातों को फ्रीज कर दिया है। कर्मचारियों सहित उनके 22,000 मरीज बिना भोजन और दवाओं के रह गए हैं।'

हालांकि इस मुद्दे पर मिशनरीज ऑफ चैरिटी ने फिलहाल कोई भी टिप्पणी नहीं की है, लेकिन घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने कहा कि संगठन के खिलाफ कुछ शिकायतें मिली थीं और केंद्र सरकार इसके कुछ बैंक खातों पर नजर रखे हुए थी। इसके बाद केंद्र सरकार ने जांच को आगे बढ़ाने के लिए संगठन के सभी खातों को सील कर दिया।