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देश में कोरोना कहर के बीच स्कूलों को पूरी तरह से बंद कर दिया है। बच्चों का पढ़ाई का भारी नुकसान हो रहा है। कोरोना काल में 12 और 10वीं कक्षाओं की परीक्षा भी नहीं हो पाई है। इन हालातों को देखते हुए CBSE ने सुप्रिम कोट का दरवाजा खटखटाया है। CBSE ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा रद्द करने के लिए केंद्र को निर्देश देने का अनुरोध किया गया है।
कोर्ट में दी गई याचिका में बताया है कि '' निर्धारित समय सीमा के भीतर कक्षा 12वीं के लिए 'वस्तुनिष्ठ पद्धति पर आधारित नतीजों की घोषणा होनी चाहिए। कोविड के मामलों में वृद्धि के कराण 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा संभव नहीं है। कोरोना महामारी के कारण ऑनलाइन या प्रत्यक्ष तरीके से परीक्षा कराना भी संभव नहीं है। नतीजे की घोषणा में देरी से विदेशी विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने के इच्छुक छात्रों को नुकसान होगा।
वकील ममता शर्मा द्वारा दाखिल याचिका में केंद्र, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) और 'काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन को पक्ष बनाया गया है। कोरोना के कारण छात्रों और अभिभावकों के एक धड़े द्वारा परीक्षा को रद्द करने की मांग के बीच CBSE ने कहा कि 12वीं की बोर्ड परीक्षा के संबंध में उसने अब तक कोई फैसला नहीं किया है। कोरोना काल में कैसे परीक्षाएं संभव होगी।
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