हाथरस सामूहिक दुष्कर्म मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक टीम अलीगढ़ जेल पहुंच गई है। सीबीआई टीम दुष्कर्म मामले के सभी चार आरोपियों रवि, लवकुश, रामू और संदीप से पूछताछ कर रही है। सूत्रों ने कहा कि टीम चारों आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ कर रही है और फिर उनसे एक साथ पूछताछ करेगी। वहीं जांच एजेंसी की एक और टीम अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पहुंच गई है। टीम वहां पीड़िता का इलाज करने वाले डॉक्टरों से पूछताछ करेगी।

गौरतलब है कि पीड़िता को 14 सितंबर को कथित दुष्कर्म के बाद यही भर्ती कराया गया था। सीबीआई टीम ने मामले से संबंधित प्रासंगिक दस्तावेज भी एकत्र किए हैं। सीबीआई मामले की जांच 10 अक्टूबर से कर रही है और सभी पहलुओं पर गौर कर रही है। पीड़िता ने 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। सूत्रों की मानें तो मेडिकल कॉलेज में पहुंचकर सीबीआई ने बंद कमरे में एक-एक करके पीड़िता का इलाज करने वाले डॉक्टरों से पूछताछ की। एक-एक करके डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को बुलाया गया। अस्पताल प्रशासन से अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज मांगे गए, जिससे पता चल सके कि युवती से मिलने कौन-कौन आया।

बता दें कि हाथरस में 14 सितंबर को एक 19 वर्षीय युवती के साथ कथित गैंगरेप की वारदात सामने आई। आरोप है कि गैंगरेप के बाद युवती के रीढ़ की हड्डी तोड़ दी गई। उसका गला दबा दिया गया। युवती 15 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रही। 29 सितंबर को उसकी दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में मौत हो गई। इस मामले में सियासत तेज हुई। योगी सरकार को निशाने पर लिया गया। विवाद तब और तूल पकड़ा जब जिला प्रशासन और पुलिस ने जबरन पीड़िता का शव जला दिया और गांव में मीडिया, राजनीतिक और अन्य लोगों की एंट्री बैन कर दी। तमाम फजीहत के बाद यूपी सरकार ने इस घटना को साजिश करार दिया। घटना की जांच के लिए एसआईट गठित की गई। अब एसआईटी और सीबीआई केस में जांच कर रही है।