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मंडी (हिमाचल प्रदेश)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने सोमवार को कहा कि लड़कियों के विवाह की न्यूनतम आयु बढ़ाने से उन्हें पढऩे और काम-काज के क्षेत्र में भविष्य बनाने का अधिक समय मिलेगा।
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मंडी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'हमने तय किया है कि बेटियों की शादी की उम्र भी वही होनी चाहिए, जिस उम्र में बेटों को शादी की इजाजत मिलती है।'
मोदी ने कहा, 'बेटियों की शादी की उम्र 21 साल होने से, उन्हें पढऩे के लिए पूरा समय भी मिलेगा और वे अपना करियर भी बना पाएंगी। प्रधानमंत्री के इस वक्तव्य का सभा में उपस्थति युवतियों ने जोरदार स्वागत किया और उनके समर्थन में नारे लगाए।'
गौरतलब है कि सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र बाल विवाह निषेध (संशोधन) विधेयक, 2021 को लोक सभा में पेश किया। कुछ विपक्षी दलों के विरोध के बीच इस विधेयक को संसद की स्थायी समिति के पास भेजने के फैसला किया है। इस विधेयक में युवतियों की शादी की न्यूनतम उम्र 18 से बढ़ाकर 21 वर्ष करने का प्रस्ताव है।
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