लखनऊ आलमबाग डिपो (Lucknow Alambagh depot) की बस दोपहर साढ़े तीन बजे रायबरेली से लखनऊ जा रही थी। बस में करीब 50 यात्री सवार थे, जिसमें से अधिकतर लोग लखनऊ जाने वाले थे। इस हादसे में ज्यादातर हरचंदपुर और बछरावां के यात्री बस में बैठने वाले यात्री बताए जा रहे हैं। दोपहर का लगभग करीब समय साढ़े तीन बजे टांडा गांव के पास सड़क के किनारे ट्रक संख्या यूपी 33 टी 1422 से पीछे से बस संख्या यूपी 32 एमएन 9012 भीड़ गई। टक्कर के बाद बस बेकाबू होते हुए (bus went uncontrollably and hit the divider)  डिवाइडर से जा टकराई। इस हादसे के बाद अचानक बस में किसी कारणवश आग लग गई। दुर्घटना और आग देखकर बस में सवार सभी यात्रियों में अफरा-तफरी मचने लगी। यात्रियों ने दरवाजे और खिड़कियों से कूदकर जान बचाने की कोशिश की।

बस हादसे का जिम्मेदार चालक को बताया गया और चालक हुआ फरार

बस दुर्घटना के बाद यात्रियों ने बताया कि चालक बस चलाते समय लगातार अपने मोबाइल पर ब्लूटूथ कनेक्ट कर बात करता जा रहा था और गाने सुन रहा था। जबकि बस काफी तेज गति से चल रही थी यात्रियों ने पूरी लापरवाही बस चालक पर जताई है। इस हादसे का जिम्मेदार भी बस का चालक ही बताया ज रहा है। हादसे के बाद यात्री जो घायल हुए थे उनको देखने के लिए प्रशासन का कोई भी व्यक्ति जल्द नहीं पहुंचा था, सबसे पहले गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी और यात्रियों को बस से निकालने की कोशिश की और उनकी मदद करते हुए अस्पताल भी अपने साधनों से पहुंचाया। 

हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंच गई, 108 एंबुलेंस से घायल व झुलसे यात्रियों को हरचंदपुर सीएचसी और जिला अस्पताल भेजा गया। इस घटना में घायलों की संख्या में एक सरकारी अस्पताल की महिला डॉक्टर भी थी, हरचंदपुर में 8 और जिला अस्पताल में 7 यात्री भर्ती किए गए थे। फिलहाल इनमें से अधिकतर उपचार के बाद घर भेज दिए गए हैं।

नगर क्षेत्राधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि दोपहर साढ़े तीन बजे हुए हादसे के बाद पुलिस वालों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। सड़क परिवहन निगम के सहायक प्रबंधक ने कहा कि कोई जनहानि नहीं हुई है। बस पूरी तरह से जलकर राख हो गई ।हादसे में कोई हताहत नहीं है सभी यात्री सुरक्षित हैं।