बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा के नतीजे जारी हो चुके हैं। इस बार कुल 78.17 फीसदी छात्र पास हुए हैं। इनमें से 101 स्टूडेंट्स ने टॉप-10 में अपनी जगह बनाई है। खास बात ये रही इस साल टॉपर एक नहीं बल्कि 3 हैं। रिजल्ट घोषित होने के साथ ही अब बिहार बोर्ड आगे की प्रक्रिया में भी जुट गया है। मैट्रिक की परीक्षा में आए नंबरों से अगर कोई छात्र नाखुश हैं, उन्हें लगता है कि उन्हें किसी विषय में कम नंबर मिला है तो वो स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकते हैं।

11 अप्रैल से 17 अप्रैल के बीच स्क्रूटनी के लिए छात्रों की ओर से आवेदन किया जा सकता है। अकसर ऐसा होता है कि स्टूडेंट्स किसी विषय में नंबर्स को लेकर संतुष्ट नहीं होते हैं। उन्हें लगता है कि इसमें और नंबर मिलना चाहिए। ऐसे में छात्र उस विषय को लेकर स्क्रूटनी का फॉर्म भरते हैं। बिहार बोर्ड ने 11 अप्रैल अप्रैल से इस प्रक्रिया को शुरू करेगा, 17 अप्रैल स्क्रूटनी के लिए आवेदन की आखिरी तारीख है।

स्क्रूटनी को लेकर छात्रों को हर एक विषय के लिए 70 रुपये की फीस भरनी होगी। यानी अगर आपको एक या दो, जितने भी विषय में स्क्रूटनी के लिए आवेदन करना है तो हर सब्जेक्ट के लिए 70 रुपये फीस चुकानी होगी। स्क्रूटिनी के लिए इस बार ऑनलाइन आवेदन ही मान्य होगा। बिहार बोर्ड की वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in और onlinebseb.in से इसके लिए स्टूडेंट्स एप्लाई कर सकते हैं।

इस बार बिहार बोर्ड 10वीं में कुल 6,76,518 छात्र और 6,16,536 छात्राएं पास हुए हैं। 413087 स्टूडेंट्स प्रथम श्रेणी में, 500615 छात्र-छात्राएं सेकंड और 378980 स्टूडेंट्स तृतीय श्रेणी में पास हुए हैं। छात्रों के होने का प्रतिशत 78.17 फीसदी रहा। बीएसईबी के इतिहास में ये पहला अवसर रहा जब 10वीं का रिजल्ट 5 अप्रैल को जारी किया गया है। इससे पहले 2019 में 10वीं के नतीजे 6 अप्रैल को जारी किए गए थे।

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) के अध्यक्ष आनंद किशोर (Anand Kishor) ने सोमवार को टॉपर्स की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सिमुलतला आवासीय विद्यालय की पूजा कुमारी, शुभदर्शनी और बलदेव हाई स्कूल दिनारा रोहतास के संदीप कुमार 484 अंक के साथ संयुक्त रूप से पहला स्थान हासिल किया है। तीनों स्टूडेंट्स ने कुल 96.80 फीसदी अंक हासिल किए हैं।