मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में आज शाम को अफरातफरी मच गई, जब   इंजेक्शन लगाते ही ब्लैक फंगस के मरीजों को तेज ठंड लगना शुरु हो गई और वे छटपटाने लगाने, देखते ही देखते वार्ड में अफरातफरी मच गई, परिजनों के परिजनों ने भी हंगामा करना शुरु कर दिया, खबर मिलते ही प्रबंधन के अधिकारी तत्काल पहुंच गए, जिन्होने तत्काल परिजनों को शांत कराते हुए उपचार करना शुरु कर दिया। 

सूत्रों के अनुसार मेडिकल अस्पताल के वार्ड क्रमांक पांच व 20 में ब्लैक फंगस के मरीजों को भरती किया गया है, जहां पर डाक्टरों की टीम द्वारा उनका उपचार किया जा रहा है, आज शाम को कुछ मरीजों को अचानक तेज ठंड लगने लगी और वे कापने लगे, देखते ही देखते अन्य मरीजों की भी ऐसी ही स्थिति हो गई, वे भी तेज ठंड लगने के कारण कांपते नजर आए, वार्ड में हड़कम्प की स्थिति निर्मित हो गई, परिजनों ने भी अपनी मरीज की हालत को देखा तो उन्होने भी हंगामा करना शुरु कर दिया।  मरीजों के ठंड के कारण कांपने की खबर मिलते ही प्रबंधन के अधिकारी तत्काल पहुंच गए, जिन्होने जानकारी हासिल की तो पता चला कि इंजेक्शन लगाने के बाद ही मरीजों की हालत बिगड़ी है, उनके शरीर पर कम्पन शुरु हुआ है, मरीजों को एक की जगह दो-दो कम्बल उड़ाए गए लेकिन वे ठंड के कारण कांपते ही रहे। 

अधिकारियों की माने तो मेडिकल अस्पताल में ब्लैक फंगस के 50 से 60 मरीज भरती है, जिन्हे ब्लैक फंगस का इंजेक्शन लगाया गया है, इसके बाद ही तबियत बिगड़ी है, ऐसा क्यो हुआ है, इस बात की जांच की जा रही है, फिलहाल इंजेक्शन पर रोक लगा दी गई है।  चर्चाओं में यह बात भी सामने आई है है कि  अभी तक मरीजों को जो एंटी फंगल इंजेक्शन लगाए जा रहे थे, उससे मरीजों को कोई साइड इफेक्ट नहीं थे, लेकिन रविवार को दूसरे ब्रांड के इंजेक्शन मेडिकल प्रशासन को उपलब्ध कराए गए, जैसे ही ड्रिप के जरिए इंजेक्शन मरीजों के शरीर में पहुंचा तो मरीजों की हालत बिगडऩा शुरु हो गई।  खबर है कि इसके पहले इंदौर व सागर में भी इंजेक्शन के रिएक्शन होने के मामले भी सामने आए है, वहां पर भी इंजेक्शन लगते ही मरीजों को ठंड लगी थी, इसके बाद उल्टी व दस्त भी हुए, इसके बाद आज जबलपुर में ऐसी स्थिति निर्मित हुई है।