उत्तर प्रदेश में विधासभा चुनाव (Up Elections 2022) की अधिसूचना लगने के बाद से बीजेपी में विधायकों के इस्तीफे जारी हैं। बीते तीन दिनों में बीजेपी के आठ विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। वहीं इस बीच भाजपा को उस वक्त एक और बड़ा झटका लगा, जब औरैया जिले में बिधूना सीट से विधायक विनय शाक्य (Bjp MLA Vinay Shakya) ने गुरुवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने भी योगी सरकार पर पार्टी में दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। इससे पहले शिकोहाबाद से भाजपा विधायक डॉ. मुकेश वर्मा (MLA Dr. Mukesh Verma) ने अपना इस्तीफा दिया था। 

इस वजह से दिया शाक्य ने इस्तीफा

खास बात यह है कि बिधूना सीट से विधायक विनय शाक्य ने स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) को अपना नेता बताया और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) को भेजे इस्तीफे में लिखा कि भाजपा की प्रदेश सरकार द्वारा अपने पूरे पांच वर्षों के कार्यकाल के दौरान दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं व जनप्रतिनिधियों को कोई तवज्जो नहीं दी गई और न उन्हें उचित सम्मान दिया गया। इसके अलावा प्रदेश सरकार द्वारा ही दलितों पिछड़ों, किसानों व बेरोजगार नौजवानों और छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की भी घोर उपेक्षा की गयी है। प्रदेश सरकार के ऐसे कूटनीतिपरक रवैये के कारण मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।

विधायक मुकेश वर्मा ने भी दिया इस्तीफा

इतना ही नहीं शाक्य ने खुद को मौर्य का समर्थक भी बताते हुये कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य शोषित पीडि़तों की आवाज हैं। वह हमारे नेता हैं। गौरतलब है कि फिरोजाबाद के शिकोहाबाद से विधायक मुकेश वर्मा (MLA Mukesh Verma) ने भी भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार पिछले पांच वर्षों में कमजोर वर्गों, युवाओं, किसानों, दलितों और ओबीसी की समस्याओं को दूर करने में विफल रहने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि छोटे व्यापारियों और व्यापारियों को शासन में नुकसान हुआ है। 

स्वामी प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में करेंगे कामः वर्मा

विधायक (MLA Mukesh Verma) ने यह भी कहा कि वह अब पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के नेतृत्व में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में और भी कई नेता हमारे साथ आएंगे। डॉ. मुकेश वर्मा मूल रूप से फिरोजाबाद के श्री नगर जलेसर उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश से ही वर्ष 2007 में डॉ. भीमराव आंबेडकर से एमएस (जनरल सर्जन) किया था। सर्जन से वह राजनीतिज्ञ बने। उनकी पत्नी भी एक सरकारी डॉक्टर हैं। मौर्य, दारा सिंह चौहान (दोनों मंत्री) रोशन लाल वर्मा, बृजेंद्र प्रजापति, भगवती शरण सागर, विनय शाक्य और अवतार सिंह भड़ाना ने पिछले दो दिनों में इस्तीफा दे दिया है। भड़ाना जो रालोद में शामिल हो गए हैं, उन्हें छोड़कर बाकी अन्य सभी विधायकों के शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (SP) में शामिल होने की संभावना है।