चुनाव आयोग ने बंगाल की तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का ऐलान किया है। इन सीटों पर बंगाल की सत्ताधारी टीएमसी ने उम्मीदवारों का भी ऐलान कर दिया है। वहीं, अन्य विपक्षी पार्टियां कशमकश में बनी हैं। माना जा रहा है कि भाजपा भवानीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराने के फैसले के खिलाफ अदालत का दरवाजा भी खटखटा सकती है। 

भवानीपुर सीट से ममता बनर्जी उपचुनाव लड़ रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा के बड़े नेताओं ने कल रात दिल्ली हाईकमान के नेताओं के साथ वर्चुअली चुनावी रणनीति पर चर्चा की। भाजपा चुनाव आयोग के भवानीपुर सीट पर उपचुनाव कराने के फैसले से नाराज है। 

भाजपा नेताओं का कहना है कि पूरे देश में कोरोना है, लेकिन क्या भवानीपुर में कोरोना नहीं है। भाजपा का कहना है कि बाकी जगहों पर उपचुनाव की घोषणा नहीं की गई, लेकिन सिर्फ बंगाल में चुनाव कराए जा रहे हैं। भाजपा बंगाल के मुख्य सचिव की चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी को हथियार बना सकती है। इस चिट्ठी में ममता बनर्जी के लिए खास तौर पर भवानीपुर सीट पर चुनाव करवाने की अर्जी चुनाव आयोग में दी गई थी। 

उधर, समसेरगंज सीट से कांग्रेस उम्मीदवार जैदुल रहमान ने चुनाव ना लड़ने का ऐलान किया है। 2021 विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार रिजाउल हक की कोरोना से मौत के बाद इस सीट पर चुनाव टाल दिए गए थे। उधर, जांगीपुर में विधानसभा सीट से आरएसपी उम्मीदवार प्रदीप कुमार नंदी की कोरोना से मौत के बाद चुनाव टाल दिए गए थे। अब चुनाव आयोग ने इन दोनों सीटों पर भवानीपुर में उपचुनाव के साथ 30 सितंबर को चुनाव का ऐलान किया।  

जैदुल रहमान जंगीपुर में टीएमसी नेता खालीलुर रहमान के भाई हैं। ऐसे में उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि जब बंगाल में परिस्थितियां अलग थीं, लेकिन अब हालात बिल्कुल अलग हैं। 

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, भवानीपुर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार ना उतारने पर विचार कर रही है। अधीर रंजन चौधरी जल्द इस पर ऐलान भी कर सकते हैं। वहीं, लेफ्ट की ओर से भी अभी तक इन तीन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं की गई है। दरअसल, सीपीएम और कांग्रेस को इस विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिल पाई। ऐसे में दोनों पार्टियों का मनोबल काफी गिरा हुआ है।