केरल के कोट्टायम जिले की तीन पंचायतों और अलाप्पुझा जिले की दो पंचायतों में बर्ड फ्लू वायरस एच5एन1 (Bird Flu In Kerala) की पुष्टि होने के बाद प्रशासन के दवाब में आकर हजारों बत्तखों को मारना पड़ा। सूत्रों के मुताबिक बुधवार को कोट्टयम जिले (Bird flu in Kottayam district) के वेचुर, काल्लारा एवं अयमानम इलाकों और अल्लाप्पुझा जिले के नेदुमुडी एवं कारूवट्टा इलाके में मामले दर्ज हुए हैं। 

दोनों जिलों के प्रशासन ने इन्फ्लूएंजा वायरस (influenza virus) पाए जाने वाले इलाकों के एक किलोमीटर दायरे में सभी पालतू पक्षियों को मारने के निर्देश जारी किया है। दोनों जिलो में इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए 80 हजार पक्षियों को मारना पड़ा। प्रशासन ने 60 दिन से कम के बत्तखों के लिए 100 रुपए और 60 दिन से ऊपर की बत्तखों के लिए 200 रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। बता दें कि पिछले साल जनवरी में भी बर्ड फ्लू (Bird Flu) ने दस्तक दी थी। हिमाचल प्रदेश, केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा में इस फ्लू के कारण कई पक्षियों की मौत हुई थी। 

मध्य प्रदेश के आगर मालवा, सीहोर, मंदसौर, खरगौन में कौवों की जबकि हरियाणा के पंचकूला के बरवाला में लाखों पक्षियों की मौत हो गई थी। इसके बाद इन राज्यों के कुछ इलाकों में मुर्गियों को बेचने, ख़रीदने और मारने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इनसे जुड़े उत्पाद और मछलियों को लेकर भी प्रतिबंध लगाया गया था। हालांकि अभी तक पक्षियों से मनुष्य में इस संक्रमण के फैलने की खबर नहीं है। लेकिन इसे लेकर चिंता बनी हुई है। उधर भारत में ओमिक्रॉन संक्रमण (omicron infection) के मामले बढ़ते जा रहे हैं और यह वायरस कई राज्यों में पहुंच चुका है।