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बिहार की नई सरकार के पहले मंत्रिमंडल के गठन के बाद अब कैबिनेट मंत्रियों का विस्तार किया जा रहा है। इनमें भाजपा के विधायकों को ज्यादा जगह दी जाएगी। खबर है कि इस मंत्रिमंडल विस्तान में भाजपा का बढ़ा हुआ कद भी साफ दिखाई देगा और मंत्रियों का कोटा भी। भाजपा कोटे से अभी 7 और जदयू कोटे से 5 मंत्री हैं। इनमें से भी जदयू कोटे से मेवालाल चौधरी इस्तीफा दे चुके हैं।
बिहार में छोटे भाई की भूमिका में रहने वाला NDA इस बार 74 सीटें जीतकर बड़े भाई के रोल में सामने आया है। पिछली सरकार में भाजपा के कोटे से डिप्टी सीएम समेत 13 मंत्री थे। वहीं, सीएम नीतिश कुमार को मिलाकर को मिलाकर जदयू कोटे से 22 मंत्री थे। अबकी बार विस्तार में भाजपा के कोटे में मंत्रियों की संख्या 19 तक हो सकती है और जदयू के कोटे से 16।
कैबिनेट विस्तार में अभ जदयू कोटे में सीएम समेत 5 मंत्री हैं। 11 और शपथ ले सकते हैं यानी कुल 16 हुए। भाजपा के अभी 7 मंत्री हैं तथा 12 और मंत्री बन सकते हैं। कुल मिलाकर 19 होंगे। बिहार में कुल 44 विभाग हैं, लेकिन यहां मंत्रियों के लिए 36 पद ही स्वीकृत किए गए हैं। जो विभाग बचते हैं, उन्हें मुख्यमंत्री देखते हैं।
नीतीश कुमार ने 16 नवंबर को एनडीए के घटक दलों के नेताओं के साथ शपथ ली थी, लेकिन उस समय सांकेतिक रूप से कुछ ही नेताओं का शपथ हो पाई थी। इसी वजह से एक-एक मंत्री को पांच-पांच विभागों की जिम्मेदारी दी गई है।
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