अब कोरोना वायरस  की वैक्सीन (coronavirus vaccine) इंजेक्शन की बजाए नाक से भी दी जाएगी। भारत बायोटेक (Bharat Biotech) के चीफ और भारत का पहला कोरोना रोधी टीका 'कोवैक्सीन' विकसित करने वाले कृष्णा एल्ला ने कहा है कि कोविड-19 रोधी टीके की दूसरी खुराक के 6 महीने बाद ही तीसरी खुराक दी जानी चाहिए, यही सबसे सही समय है।

उन्होंने नाक से दिए जाने वाले टीके (nasal vaccine) के लिए भी कहा है। उन्होंने कहा कि उनकी कम्पनी 'जीका' रोधी टीका बनाने वाली दुनिया की पहली कम्पनी है। उन्होंने साथ ही यह बताया कि उनकी कंपनी जल्द ही नेज़ल वैक्सीन को बूस्टर खुराक के तौर पर लाने का विचार कर रही है।

एल्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Modi) का 'कोवैक्सीन' टीका लगवाना उनका भारतीय विज्ञान में भरोसा दिखाता है। उन्होंने कहा, '' दूसरी खुराक के छह महीने बाद ही तीसरी खुराक दी जानी चाहिए। तीसरी खुराक के लिए यही सबसे उचित समय है। भारत बायोटेकनाक से दिए जाने वाली टीके को 'बूस्टर' खुराक के तौर पर लाने का भी विचार कर रहा है। 'नेज़ल वैक्सीन' के महत्व के बारे में उन्होंने कहा कि पूरा विश्व ऐसे टीके चाहता है।'