हमारी पूजा पद्वती में उपयोग में आने वाले शंख के कई फायदे हैं। शंख धार्मिक ही नहीं बल्कि वास्तु और स्वास्थ के लिए भी लाभकारी बताया गया है। इसकी आवाज से वातावरण शुद्ध होता है बल्कि बजाने वाले को शरीरिक लाभ भी मिलता है। इसके साथ ही कई रोगों को दूर करने के साथ चेहरे की चमक भी बढ़ाता है। अबतो इसका लाभ कोरोना संक्रमण से ठीक हुए रोगी भी उठा रहे हैं। 

कोरोना महामारी के दौरान सबसे ज्यादा परेशानी लोगों को फेफड़े के कारण हुई। देखने में आया कि कोरोना संक्रमण के कारण शरीर में आक्सीजन की कमी होने से मरीजों के फेफड़े कमजोर हो गए। कमजोर फेफड़ों को दुरुस्त रखने के लिए दवाओं के साथ शंख बजाने की अच्छी आदत कारगर साबित हो रही है। कोरोना से स्वस्थ हुए मरीजों को फिजियोथेरेपिस्ट शंख बजाना और योग के जरिए स्वस्थ रहने का गुरुमंत्र दे रहे हैं। उन्हें शंख बजाने की थेरेपी कराई जा रही है।

क्या है शंख

शंख दरअसल समुद्री घोंघे का कवच होता है। जो कैल्शियम कार्बोनेट से निर्मित होता है। जो धीरे-धीरे घोंघे के शरीर पर बनता है। प्रोटीन ओर मिनरल्स के स्त्राव से यह कवच बनता है। बजाने वाले शंख से घोंघे को निकाल दिया जाता है और उसके कवच के ऊपरी हिस्से पर छेद किया जाता है। इसी में हवा फूंकने से शंख से ध्वनि निकली है।

शंख बजाने के फायदे

दूर होता तनाव :

शंख बजाने से शरीर में सकरात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मानसिक तनाव दूर होता है।

बीपी की समस्या से निजात:

शंख बजाने से मस्तिष्क और शरीर में खून का संचार बेहतर रहने से ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं होती है।

गैस की बीमारी नहीं होती :

प्रतिदिन शंख बजाने का सीधा असर रेक्टल मसल्स पर होता है, इससे वो सिकुड़ती और फैलती हैं। इससे पेट की एक्सरसाइज होती है और गैस की बीमारी खत्म हो जाती है।

फेफड़ों को मिलती मजबूती :

शंख बजाने से सबसे ज्यादा फायदा फेफड़ों को मिलता है, इससे फेफड़े मजबूत होने के साथ सांस की समस्या ठीक हो जाती है।

चेहरे की झुर्रियां दूर होती हैं

शंख बजाने से बीमारी ही दूर नहीं बल्कि चेहरे की चमक भी बढ़ती है। चेहरे पर झुर्रियों की समस्या है तो शंख बजाने से यह दूर हो सकती है। क्योंकि, शंंख बजाने से चेहरे के मसल्स में खिंचाव उत्पन्न होता है और झुर्रियां गायब हो जाती हैं।