मोदी सरकार के शासन को 8 साल पूरे हो चुके हैं। इस शासन से कांग्रेस सहित कई पार्टियों को मोदी लहर रास नहीं आई है। इस कड़ी अपना गुस्सा निकालते हुए ममता बनर्जी की सरकार के मंत्री बाबुल सुप्रियो ने मोदी सरकार पर जोरदार तंज कसा है। तगड़ा निशाना साधते हुए सुप्रियो ने कहा कि '' 8 साल से केंद्र में कोई बंगाली कैबिनेट मंत्री नहीं है ''।



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बाबुल ने रोष जताते हुए कहा कि ''भाजपा मुझ पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकती, क्योंकि वह खुद आधी राज्य सरकारें खरीद-फरोख्त से चला रही है ''। ममता सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए सुप्रियो पहले मोदी सरकार-1 में राज्यमंत्री थे। मोदी सरकार-2 में उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया था। इसके बाद सितंबर 2021 में वे भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे।

पिछले साल अप्रैल में हुए बंगाल विधानसभा चुनाव में उन्होंने TMC के टिकट पर कोलकाता की बालीगंज सीट से चुनाव जीता था। सुप्रियो को ममता मंत्रिमंडल में पर्यटन व सूचना प्रौद्योगिकी विभाग दिए गए हैं।

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भाजपा ने किया विश्वासघात


पाला बदलने व ममता सरकार में मंत्री बनने को लेकर भाजपा द्वारा की जा रही आलोचना के जवाब में उन्होंने सवाल किया कि कोई बंगाली दिल्ली में कैबिनेट मंत्री क्यों नहीं हो सकता? मैं दो बार आसनसोल से सांसद चुना गया था। भाजपा का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि आपकी केंद्र में 8 साल से सरकार है, बंगाल से चुने गए 18 सांसद हैं, फिर भी क्या आपको लगता है कि बंगाली इतने अक्षम हैं कि राज्य से किसी को कैबिनेट मंत्री नहीं बना सकते? यह एक तरह से विश्वासघात है।


बाबुल सुप्रियो और ममता दीदी


बंगाल के मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा, 'मुझे दीदी ने जिम्मेदारी दी है। मैंने आज उनके पैर छुए। मेरी दूसरी पारी पहली पारी की तुलना में शानदार होगी।' बता दें, सीएम ममता बनर्जी ने बुधवार को अपने मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव किया। इसमें सुप्रियो समेत आठ मंत्री बनाए गए हैं। यह फेरबदल 2011 से बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी द्वारा किया गया अब तक का सबसे बड़ा माना जा रहा है।


हालांकि, ममता सरकार को यह बदलाव राज्य में उजागर हुए एसएससी शिक्षक भर्ती घोटाले की वजह से करना पड़ा है। इस घोटाले में ममता बनर्जी के करीबी व आठ विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद चटर्जी को ममता मंत्रिमंडल से निकाल दिया गया है।