ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के शुभ प्रभाव के लिए कई प्रकार के रत्नों के उपयोग के बारे में बताया गया है। अगर रत्न का सही प्रभाव जीवन पर पड़े तो किस्मत बदलते देर नहीं लगती है। इसलिए ज्योतिष के जानकार सही समय पर सही रत्न पहनने की सलाह देते हैं। खूनी नीलम शनि और मंगल के शुभ प्रभाव के लिए धारण किया जाता है। इस रत्न से दोनों ग्रहों का अशुभ प्रभाव खत्म होने लगता है।

नीलम ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम करता है। यह रत्न देखने में खून की तरह लाल होता है। इस रत्न पर लाल रंग के धब्बे होते हैं। रत्न शास्त्र के मुताबिक यह बहुत प्रभावशाली होता है। जिस इंसान को यह रत्न सूट कर जाता है उसे फर्श से अर्श तक पहुंचने में समय नहीं लगता है। इसके अलवा इंसान को जीवन में जबरदस्त सफलता मिलती है। लेकिन अशुभ प्रभाव से जीवन पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ता है।ज्योतिष के मुताबिक मेष और मकर लग्न की राशि के जातकों को पहनने की सलाह दी जाती है। कुंडली में जब शनि और मंगल की दशा में यह रत्न लाभकारी साबित होता है। इसके अलावा वृषभ लग्न और वृश्चिक राशि का जातकों को खूनी नीलम पहनना शुभ होता है। साथ ही अगर किसी इंसान की कुंडली कुंभ लग्न की है या मेष लग्न और मेष राशि की है तो खूनी नीलम धारण करना चाहिए।खूनी नीलम को पंच धातु में बनवाकर धारण करना शुभ होता है। इस रत्न को दाएं हाथ में धारण करना चाहिए। हालांकि जो इंसान दाएं हाथ से काम करता है उसे हाथ में पहनना चाहिए और जो लोग बाएं हाथ से काम करता है उसे बाएं हाथ में पहनना चाहिए। इसके अलावा इस रत्न को धारण करने के लिए शनिवार का दिन शुभ होता है।