पुडुचेरी विधानसभा में विश्वासमत के दौरान कांग्रेस पार्टी की सरकार गिर गई। पिछले दिनोंछह विधायकों के इस्तीफा देने के बाद नारायणसामी की सरकार अल्पमत में आ गई थी। दो विधायकों ने रविवार को इस्तीफा दे दिया था। 

इसके बाद यहां सियासी संकट और गहरा गया। आज पुडुचेरी के मुख्यमंत्री नारायणसामी को सरकार बचाए रखने के लिए फ्लोर टेस्ट करना था, लेकिन मुख्यमंत्री ने समर्थक विधायकों के साथ विधानसभा से वॉकआउट कर दिया। जिसके बाद विधानसभा स्पीकर ने ऐलान किया कि नारायणसामी सरकार ने यहां बहुमत खो दिया है और उन्हें मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना होगा। इससे पहले विधानसभा में मुख्यमंत्री ने आज कहा, हम दो भाषाओं के सिस्टम का अनुसरण करते हैं लेकिन भाजपा जबरन हिंदी भाषा लागू करने की कोशिश कर रही है। 

उन्होंने यह भी कहा, हमने द्रमुक व स्वतंत्र विधायकों के सहयोग से सरकार का गठन किया। इसके बाद हमने विभिन्न चुनाव लड़े। हमने सभी उपचुनावों में जीत हासिल की। यह स्पष्ट है कि पुडुचेरी की जनता हमपर भरोसा करती है। मुख्यमंत्री ने कहा, विधायकों को पार्टी के प्रति विश्वसनीय होना चाहिए। जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है वो लोगों का सामना नहीं कर सकते क्योंकि उन्हें लोग मौका परस्त बोलेंगे। शक्ति परीक्षण से पहले रविवार को कांग्रेस और द्रमुक के एक-एक विधायकों के इस्तीफा देने के कारण सरकार पर संकट बढ़ गया है। अब सत्ता पक्ष के पास 12 विधायक हैं जबकि विपक्षी सदस्यों की संख्या 14 है। 33 सदस्यीय विधानसभा में सात स्थान रिक्त हैं।