असम के कोकराझार के सांसद नब कुमार शरनिया को चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन करने के तहत पुलिस ने हिरासत में लिया गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) के दूसरे चरण के चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद बीती रात पुलिस ने गण सुरक्षा पार्टी (जीएसपी) के अध्यक्ष और कोकराझार के विधायक शरनिया नकदी बांटने के आरोप के बाद हिरासत में लिया गया था।

शरनिया के साथ ही आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में उनके छह साथियों को भी हिरासत में लिया गया। बाद में उन्हें कोकराझार पुलिस स्टेशन लाया गया। वे रात भर थाने में नजरबंद थे, शरनिया सालाकती इलाके के एक गांव में नकदी बांट रहे थे। हालांकि बुधवार की सुबह शरनिया और उनके समर्थकों को जमानत पर रिहा कर दिया गया। इस बीच सांसद नब कुमार शरनिया ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया है।

पुलिस ने दावा किया कि विधायक के कब्जे में 30,000 रुपये नकद थे, और वह देर रात तक अभियान चला रहा था। शरनिया ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि उनका हिरासत विपक्षी की तरफ से राजनीतिक साजिश थी। शरनिया पार्टियां और वह क्षेत्र में चुनाव प्रचार नहीं कर रहे थे, लेकिन उल्फा के एक पूर्व सदस्य के परिवार के सदस्यों से मिलने गए थे, जिनकी मृत्यु हो गई थी।

जहां से पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पर हमला किए जाने के संबंध में उन्होंने कहा कि कुछ अपराधी तत्वों ने उन पर हमला किया था। साथ ही उनके सुरक्षा कर्मियों (पुलिस कर्मी) के साथ भी झगड़ा किया गया। यह बेहद निंदनीय है, वे इसका विरोध करते हैं। अगर किसी को दिक्कत है तो पुलिस में मुकदमा करना चाहिए, हमला किया जाना उचित नहीं है। बीटीसी की 40 सीटों में से 19 पर 7 दिसंबर को चुनाव हुए थे। जबकि बचे हुए निर्वाचन क्षेत्रों में गुरुवार को चुनाव के दूसरे चरण के दौरान मतदान संपन्न होंगे।