असम की मंत्री प्रमिला रानी ब्रह्मा के निजी सुरक्षा अधिकारी को हिरासत में लिया गया। आरोप है कि निजी सुरक्षा अधिकारी ने कोकराक्षार जिले में मंत्री के आवास पर ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी पर हमला किया। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के मुताबिक, पुलिस अधिकारी उस गश्ती दल का हिस्सा थे, जो निषेधाज्ञा के बावजूद इकट्ठी हुई भीड़ को तितर बितर करने ब्रह्मा के निवास पर गया था। राज्य में छह अप्रैल के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यहां निषेधाज्ञा लगाई गई थी। समाज कल्याण एवं मृदा संरक्षण मंत्री ने आरोप लगाया है कि यह उनके राजनीतिक विरोधियों द्वारा रची गई साजिश है और यह कि स्थानीय पुलिस शीर्ष अधिकारियों की शह पर काम कर रही है। 

ब्रह्मा बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट की वरिष्ठ नेता हैं और इस दल का सत्तारूढ़ भाजपा के साथ रिश्ता बिगड़ गया है। कोकराझार के पुलिस अधीक्षक राकेश रौशन ने बताया कि रविवार रात को ब्रह्मा के निवास के बाहर बड़ी भीड़ जुट गई थी। पुलिस टीम उन्हें वहां से हटाने गई थी। इसी बीच झड़प हो गई और मंत्री के निजी सुरक्षा अधिकारी ने एक परिवीक्षा अधिकारी को धक्का दिया। साथ ही उनपर हमला किया, जिसके बाद उन्हें थाने ले जाया गया। उन्होंने कहा कि जांच चल रही है। 

फिलहाल मामला दर्ज नहीं किया गया है। उधर, ब्रह्मा ने दावा किया कि उनके घर के अंदर उनके समर्थक थे और यह किसी भी मायने से निषेधाज्ञा का उल्लंघन नहीं था। आरोप लगाया कि पुलिस अधीक्षक ने यह कहते हुए उनके साथ दुर्व्यवहार किया कि आप अब मंत्री नहीं बल्कि विधानसभा चुनाव में महज एक उम्मीदवार हैं।