कृषि कानूनों के खिलाफ 11 दिन से दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन के बीच मंगलवार को भारतबंद का एलान किया गया है। किसान संगठनों के साथ ही विपक्षों दल समर्थन कर रहे हैं। ऐसे में शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए जनपद में भी हाईअलर्ट घोषित किया गया है। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने एक दिन पूर्व मंथन कर सख्त सुरक्षा इंतजाम किए हैं। 

शहर और उससे सटे इलाके की बात करें तो सर्वाधिक असर असम चौराहा से गौहनिया के बीच सफर करने वालों पर पड़ता दिखाई दे रहा है। यहां से गुजरने वालों को अगर प्रदर्शन कारी एकजुट हुए तो दिक्कत आना तय है।

 भारत बंद सफल बनाने के लिए एक तरफ जहां किसान आंदोलन और अन्य राजनीतिक दल अपनी तैयारियां करने में जुटे थे। वहीं प्रशासनिक अमला भी शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मंथन करता रहा। 

अधिकारियों ने मातहतों के साथ बैठकें कर रणनीति बनाई।

डीएम-एसपी, एडीएम-एएसपी, सिटी मजिस्ट्रेट-सीओ सिटी के साथ ही तहसील स्तर पर एसडीएम-सीओ भ्रमण पर रहेंगे। मुख्य चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। हाईवे पर स्थित पुलिस चौकियों के प्रभारियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। बाजार समेत अन्य मुख्य मार्गों पर निगरानी की जिम्मेदारी थानाध्यक्षों की रहेगी। 

जनपद के समस्त 14 थानों के फोर्स के अलावा पुलिस लाइन और कार्यालयों के फोर्स को भी ड्यूटी पर लगाया गया है। एक कंपनी पीएसी भी लगाई गई है। अगर कोई बंद का समर्थन करते हुए खुद प्रतिष्ठान बंद रखता है, तो ठीक, मगर जबरन दुकानें बंद नहीं कराई जाएंगी। कोई ऐसा करता है तो प्रशासन सख्ती से निपटेगा।

बंद के बीच खुराफाती माहौल बिगाड़ने की कोशिश न कर दें, इस पर भी निगरानी होगी। मंगलवार को शहर के बाजार में साप्ताहिक अवकाश होता है। ऐसे में शहर के बाजार पर इसका असर कम ही दिखेगा।

उधर, आढ़ती पहले ही बंद का समर्थन कर चुके हैं। ऐसे में मंडी में असर दिखाई देने की उम्मीद है। इसके अलावा किसान संग और अन्य समर्थकों के मंडी जुटने की भी बात कही गयी है। गौहनिया चौराहा तरफ से भी किसानों के जमा होकर मंडी जा सकते है। इस वजह से शहर के बीच से गुजरते इस रास्ते का यातायात बाधित हो सकता है। कई अस्पताल भी इसी मार्ग पर है। 

ऐसे में अगर जाम लगा तो दिक्कत आएगी। शहर में ठेले या फिर छोटे दुकानदार असमंजस में है। दुकान लगाए या नहीं इसे लेकर सोच विचार करते दिखे। फिलहाल प्रशासन जबरन दुकान बंद कराने वालों पर सख्ती के निर्देश दे चुका है।