जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ (Infiltration of terrorists in Jammu and Kashmir) का खतरा फिर बढ़ चुका है। इस समय नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान में बने लॉन्च पैड (pakistani launch pad) और प्रशिक्षण शिविरों में तैयारी चल रही है। यहां करीब 350-400 आतंकवादी घुसपैठ के लिए तैयार बैठे हैं। यह जानकारी खुद सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे (Army Chief Gen MM Naravane) ने दी। 

नागालैंड गोलीबारी को लेकर कही ऐसी बात

उन्होंने कहा कि सरकार के रुख से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति में लगातार सुधार हुआ है और घरेलू स्थानीय लोगों को आतंकवाद फैलाने की शह देने के प्रयास बुरी तरह विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि शत्रु भाव रखने वाली कुछ ताकतें वहां शांति में खलन डालने के लिए अल्पसंख्यकों, गैर स्थानीय लोगों और बाहर से आने वाले मजदूरों को निशाना बनाने की रणनीति अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने इन मंसूबों में भी कामयाब नहीं होंगे और हम इन चुनौतियों से निपटेंगे। वहीं नागालैंड में हुई गोलीबारी (nagaland army firing) पर सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे (Army Chief Gen MM Naravane) ने कहा कि 14 नागरिकों की हत्या में शामिल सैनिकों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। जांच के नतीजे के आधार पर उचित और सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सेना इस मामले की एक आंतरिक जांच कर रही है।

चीन से खतरा अभी कम नहीं हुआः सेना प्रमुख

सेना प्रमुख (Army Chief Gen MM Naravane) ने आगे कहा कि बुनियादी ढांचे का विकास समग्र रूप से किया जा रहा है। सड़कों और पुलों का निर्माण हो रहा है। नागरिक के लिए तैयार बुनियादी ढांचे का दोहरा उपयोग हो रहा है। उन्होंने चीन (China) को लेकर कहा कि खतरा अभी कम नहीं हुआ है और हमारी तरफ से सैनिकों का स्तर बढ़ाया गया है। सेना प्रमुख (Army Chief) ने कहा कि हमने पूर्वी लद्दाख समेत पूरे नॉर्दर्न फ्रंट में फोर्स, इंफ्रास्ट्रक्चर, हथियारों की क्षमता बढ़ाई है। नॉर्दर्न फ्रंट में पिछले डेढ़ साल में हमारी क्षमता कई तरह से बढ़ी है।