कोरोना वायरस घटने के बजाए बढ़ता ही जा रहा है। चीन की एक गलती का खामियाजा सारी दुनिया भुगत रही है। अब तक पूरी दुनिया में कोरोना से 3 लाख से ज्यादा लोग मौत के मुंह में जा चुके हैं। सारे देश कोरोना की वैक्सीन तैयार करने में लगे हुए हैं लेकिन वैक्सीन बनने के बाद भी इस बिमारी पर कोई असर नहीं हो रहा है। हर तरह की वैक्सीन कोरोना को खत्म करने में नाकामयाब हो रही है।

वैसे तो रूस, चीन ने कोरोना का खात्मा करने वाली वैक्सीन तैयार कर ली है और भारत, अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देश वैक्सीन तैयार करने के बहुत करीब पहुंच चुके हैं। कोरोना महामारी ऐसी फैली है जिसके ऊपर काबू पाना बहुत ही मुश्किल हैं। मुश्किल की बात तो ये है कि कोरोना के लक्षणों का पता लगाना। इसी के आधार पर दवाईयां कोरोना मरीज पर असर करती है।


चौंकाने वाली बात तो ये है कि हर बार कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों में

अलग अलग लक्षण मिलते हैं अभी तक 15 तरह के लक्षणों के बारे में ज्ञात किया

गया हैं। सामान्य तौर पर सर्दी, बुखार, खांसी आदि कोरोना के अहम लक्षण है। लेकिन हाल ही के शोध से ज्ञात हुआ है कि कोरोना संक्रमण होने पर इंसान को गंध और स्वाद लेने की क्षमता का कम हो जाती है। अगर ऐसा लक्षण आप में है तो तुरंत कोरोना की जांच कराएं।


ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने शोध में पाया कि कोरोना संक्रमित 78 फीसदी मरीजों में सूंघने और स्वाद लेने की क्षमता काफी पूरी तरह खत्म पाई गई है। वैज्ञानिकों ने खूशी की बात बताई रकि इसका इलाज काफि संभावना है। इससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है। स्वाद और गंध महसूस न तो कोरोना जांच अवश्य कराए।