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साइंस ने आज चाहे जितनी तरक्की कर ली हो, लेकिन इस दुनिया में आज भी कई रहस्य ऐसे हैं, जिनका वैज्ञानिक भी पता नहीं लगा पाए हैं। ऐसा ही रहस्य अमरीका की पहाड़ियों में छिपा है। कहा जाता है कि ये पहाड़ सोने से भरा है, लेकिन आज तक जो भी इस सोने की तलाश में वहां पहुंचा, तो उस मिली बस मौत। ये जगह है ऐरिजोना की सुपरस्टीशन पहाड़ी। हालांकि अब अमरीकी सरकार ने यहां सोने की तलाश पर पाबंदी लगा दी है।
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यहां गए तो मौत मिलना तय
ऐसा कहा जाता है कि इन पहाड़ियों में कुछ लोगों को सोना भी मिला, जिसके बाद इस अफवाह ने सैंकड़ों लोगों को यहां जाने के लिए मजबूर कर दिया। लेकिन इन पहाड़ियों पर अगर आप रास्ता भटक गए तो मौत मिलना तय है, क्योंकि यहां की भीषण गर्मी और खतरनाक सर्दी इंसान को मार देती है। वहीं स्थानीय लोग इस पहाड़ी पर मिलने वाले सोने को शापित बताते हैं। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक 30 साल पहले एक अभियान के जरिए खजाने की जानकारी जुटाई गई और कुछ लोग तो सोने की तलाश में पहाड़ियों तक भी गए। हालांकि खजाना तो नहीं मिला, लेकिन करीब 3 साल बाद खदान की तलाश में गए लोगों की लाशें मिलीं। यह एक रहस्य बना हुआ है कि उन्हें किसने मारा।
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थंडर भगवान का घर है पहाड़
स्थानीय लोग इस पहाड़ को थंडर भगवान का घर मानते हैं और इस पवित्र भूमि पर अत्याचार करने से बचते हैं। ऐसा कहा जाता है कि एक बार कुछ स्पेनिश लोग खदान की खोज के लिए यहां पहुंचे, लेकिन स्थानीय लोगों ने मदद से इनकार कर दिया। इसके बाद वे खुद ही खदान की खोज में निकल पड़े, फिर रहस्यमय ढंग से उनके साथी गायब होने लगे, जिनकी बाद में कटी-फटी लाशें मिलीं। ये देखकर अन्य स्पैनिश डर गए और इस जगह से भागने में ही अपनी भलाई समझी। जानकारी के अनुसार, जैकब वाल्ट्ज नाम के एक जर्मन आप्रवासी ने सुपरस्टीशन जंगल में सोने की एक बड़ी खदान की खोज की और 1891 में फीनिक्स में मरने से पहले उस स्थान का खुलासा एक बोर्डिंग-हाउस के मालिक जूलिया थॉमस से किया, जिसने कई वर्षों तक उसकी देखभाल की थी।
आज भी रहस्य बना है एरिया 51
सिर्फ ये पहाड़ी नहीं बल्कि अमरीका का एरिया 51 भी आज तक सभी के लिए रहस्य बना हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार यूएस मिलिट्री का कहना है कि यहां हथियारों की टेस्टिंग और एडवांस ट्रेनिंग दी जाती है, लेकिन ये भी दावे किए जाते हैं यहां एलियंस और उनके एयरक्राफ्ट को कैद करके रखा है, जहां उन पर टेस्टिंग की जाती है। ये इलाका बेहद हाई सिक्योरिटी जोन है। इस इलाके के ऊपर से विमान निकालने भी इजाजत नहीं है। यहां 24 घंटे गार्ड्स ड्यूटी देते हैं। वहीं एरिया-51 में काम कर चुके एक पूर्व इंजीनियर ने हैरान करने वाला दावा किया था। पूर्व इंजीनियर का दावा था कि अमेरिकी ने यहां एलियंस को बंदी बनाकर रखा हुआ है।
जहाजों और एयरक्राफ्ट को खा जाता है बरमूडा ट्रायंगल
रहस्यमयी जगहों की लिस्ट में बरमूडा ट्रायंगल का भी नाम शुमार है। इसकी गुत्थी भी आज तक वैज्ञानिक सुलझा नहीं पाए हैं। इस जगह से आज तक कोई भी पानी का जहाज या प्लेन सुरक्षित नहीं लौटा है। बताते हैं कि इसमे अब तक 2000 जहाज और 75 एयरक्राफ्ट इस शैतानी ट्रायंगल में समा चुके हैं। इसे बारमूडा ट्रायंगल इसलिए कहते हैं क्योंकि इसका आकार ट्रायंगल की तरह है। बरमूडा ट्रायंगल लगभग 5 लाख स्क्वायर किलोमीटर में फैला हुआ है। सबसे पहले 1945 में फ्लाइट-19 इस ट्रायंगल में गायब हुआ था, जिसमें 14 पायलट सवार थे। वह भी इसमें गायब हो गए थे, फिर 1948 में G-AHNP नामक हवाई जहाज 6 क्रू मेंबर और 27 पैसेंजर के साथ गायब हो गई थी।
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