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चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Former Punjab Chief Minister Amarinder Singh) ने मंगलवार को वर्तमान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Chief Minister Charanjit Singh Channi) पर आरोप लगाया कि उन्होंने, 'बादलों के साथ मिलीभगत की और पंजाब के हितों को नुकसान पहुंचाया'।
अमरिंदर ने कहा, 'यह चन्नी ही था, जिसने लुधियाना सिटी सेंटर मामले में अपने भाई को बचाने के लिए बादल के साथ साठगांठ की थी और आत्मसमर्पण किया था।'
उन्होंने कहा, 'यह केतली को काला कहने का एक उत्कृष्ट मामला है। यह मैं नहीं, बल्कि चन्नी हैं, जिन्होंने अपने भाई को बचाने के लिए बादल को अपना समर्थन और विवेक दिया था।'
अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने चन्नी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, ''हालांकि मैं लुधियाना सिटी सेंटर मामले में शामिल नहीं होना चाहता था, लेकिन उनके (चन्नी के) झूठे आरोपों ने मुझे 2007 में सुखबीर सिंह बादल के सामने उनके भाई को बचाने के लिए अपना समर्पण प्रकट करने के लिए मजबूर किया, जो एक आरोपी था।'
अमरिंदर सिंह ने बताया कि उन्होंने 2002 में बादल को सलाखों के पीछे डाल दिया था और प्रतिशोध में उन्होंने उनके खिलाफ झूठा मामला दायर किया था, जिसे उन्होंने 13 साल तक अदालतों में लड़ा था, जबकि चन्नी, जो उस समय एक निर्दलीय विधायक थे, ने उनके खिलाफ झूठा मुकदमा दायर किया था। अपने भाई को बचाने के लिए उनके साथ शांति स्थापित करने की कोशिश की और विधानसभा में बादल को अपना समर्थन देने का वादा किया।
उन्होंने चन्नी से कहा, ''बादलों के साथ मेरी कोई करीबी नहीं है, बल्कि आप (चन्नी) हैं, जो उसी मामले में अपने भाई को बचाने के लिए उनके साथ मिल गए थे, जिसमें मैं भी एक आरोपी था। दूसरों पर पत्थर मत फेंको।'
उन्होंने चन्नी को याद दिलाया, ''अगर मैंने बादल के साथ गठबंधन किया और उनके साथ कुछ समझ हासिल की, जैसा कि आप मुझ पर आरोप लगा रहे हैं, तो मुझे 13 साल तक उत्पीडऩ का सामना नहीं करना पडता और आपके भाई के लिए क्षमा याचना नहीं करनी पड़ती।'
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