बिटक्वाइन (Bitcoin) समेत अन्‍य क्रिप्‍टो करेंसी को चाहने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है। दक्षिण अमेरिकी देश एल सल्‍वाडोर के राष्‍ट्रपति नईब बुकेले दुनिया का पहला 'बिटक्वाइन शहर' (Bitcoin city) बसाने जा रहे हैं। इस शहर को एक ज्‍वालामुखी से ऊर्जा मिलेगी और क्रिप्‍टो करेंसी बान्‍ड से उसका वित्‍तपोषण होगा। बताया गया है कि इस 'बिटक्वाइन शहर' में आवासीय और व्‍यवसायिक इलाके, सेवाएं, म्‍यूजियम, एयरपोर्ट, बंदरगाह, रेल और मनोरंजन हर चीज की सुविधा होगी।

राष्‍ट्रपति नईब बुकेले ने बिटक्वाइन और ब्‍लॉकचेन कान्‍फ्रेंस में यह ऐलान किया है। पिछले 2 दशक से अमेरिकी डॉलर को अपनी मुद्रा मानने वाला एल सल्‍वाडोर दुनिया का पहला ऐसा देश है जिसने बिटक्‍वाइन को एक मुद्रा (Bitcoin currency) के रूप में कानूनी मान्‍यता दी है। बुकेले ने यह भी कहा कि इस बिटक्‍वॉइन शहर को और बिटक्‍वाइन माइनिंग को कोचागुआ ज्‍वालामुखी से ऊर्जा मिलेगी।

बिटक्‍वाइन माइनिंग एक प्रक्रिया है जिसके तहत कंप्‍यूटर की मदद से गणतीय चुनौतियों को सुलझा करके नए बिटक्‍वाइन का निर्माण किया जा रहा है। इस पूरी प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर ऊर्जा की जरूरत होती है। अल सल्‍वाडोर में कुछ ऊर्जा जिओथर्मल प्‍लांट से आती है जो टेकापा ज्‍वालामुखी की मदद से ऊर्जा पैदा करता है। राष्‍ट्रपति ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि इस शहर में कार्बन का जीरो उत्‍सर्जन होगा। यह पूरी तरह से पर्यावरणीय शहर होगा।

बुकेले ने कहा कि शहर को शुरू में टेकापा प्‍लांट से चलाया जाएगा लेकिन बाद में कोंचागुआ प्‍लांट को शुरू किया जाएगा। इस प्रॉजेक्‍ट को फंड करने के लिए एल सल्‍वाडोर 1 अरब डॉलर का बिटक्‍वाइन बॉन्‍ड साल 2022 में जारी करेगा। ब्‍लॉकस्‍ट्रीम के मुख्‍य रणनीतिकार सैमसन मोउ ने राष्‍ट्रपति के साथ मंच पर ऐलान किया कि 'ज्‍वालमुखी बांड' का आधा बिटक्‍वाइन में इस्‍तेमाल किया जाएगा।

मोउ ने कहा कि बाकी बचा आधा पैसा आधारभूत ढांचे के विकास पर खर्च किया जाएगा। यह दुनिया का वित्तीय केंद्र बनेगा। राष्‍ट्रपति ने कहा कि इस बिटक्‍वाइन शहर में रहने वाले लोगों को केवल वैट देना होगा। उन्‍होंने कहा, 'हमारे यहां कोई इनकम टैक्‍स नहीं होगा। जीरो प्रतिशत हमेशा के लिए होगा। जीरो कैपिटल गेन टैक्‍स लगेगा। जीरो प्रॉपर्टी टैक्‍स लगेगा, जीरो पेरोल टैक्‍स लगेगा।' इस शहर का निर्माण कब पूरा होगा, इसके लिए कोई समयसीमा नहीं निर्धारित की गई है।