बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya rai Bachchan) कथित फेमा उल्लंघन के मामले के संबंध में पनामा पेपर लीक (Panama case) मामले की जांच में शामिल होने के लिए सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (ED) के दिल्ली कार्यालय पहुंचीं।ईडी के एक शीर्ष अधिकारी ने उनके बयान दर्ज करने के लिए जांच में शामिल होने की पुष्टि की।

उन्होंने कहा कि जांच में शामिल होने के लिए अभिनेत्री को तीन बार तलब किया गया था। यह तीसरा समन था जो उन्हें मिला है। ईडी (ED) के एक अधिकारी ने कहा, हमने उन्हें 20 दिसंबर के लिए बुलाया था। समन (Summons to Aishwarya Rai) उनके मुंबई स्थित आवास पर भेजा गया था। समन का पालन करते हुए वह जांच में शामिल हुईं। यह पहली बार नहीं है जब उन्हें तलब किया गया है। इससे पहले उन्हें दो मौकों पर तलब किया गया था। हालांकि, वह जांच में शामिल नहीं हुईं। इससे पहले नौ नवंबर को उन्हे मामले में गवाही दर्ज कराने के लिए तलब किया गया था, लेकिन वह नहीं आईं।

ईडी ने फेमा के तहत मामला तब दर्ज किया था, जब पनामा पेपर्स (Panama case) से पता चला था कि कैसे करों से बचने के लिए कंपनियों को ऑफशोर आइसलैंड में स्थापित किया गया था। मामले में ऐश्वर्या राय और अन्य को नामजद किया गया है। बताया जा रहा है कि ऐश्वर्या से जो सवाल पूछे जाने हैं, जिसकी लिस्ट पहले से तैयार हो चुकी है। इंटरनेशनल कंसोर्श‍ियम ऑफ इन्वेस्ट‍िगेटिव जर्नलिस्ट ने 12 लाख से ज्यादा नए दस्तावेजों की जांच की थी। 1977 से लेकर 2015 तक दुनिया भर के 193 देशों से जुड़े सिलेब्रिटी के नाम इसमें शामिल थे। भारत से बच्चन परिवार का नाम भी शामिल था। अप्रैल 2016 में ब्रिटेन में पनामा की लॉ फर्म मोस्साक फॉन्सेका (Mossack Fonseca) के एक करोड़ 15 लाख करोड़ टैक्स डॉक्युमेंट लीक हुए थे। जर्मनी के न्यूजपेपर Süddeutsche Zeitung (SZ) ने पनामा पेपर्स नाम से डेटा रिलीज किया था। पूरी दुनिया की हस्तियों का नाम सामने आया था। इनमें व्यापारियों, नेताओं, अभिनेताओं का नाम शामिल था। भारत के भी करीब 500 लोग इस लिस्ट में शामिल थे।